जंगल में आतंकियों की कोल्डड्रिंक-बिरयानी पार्टी का वायरल सच

नई दिल्ली: एक तरफ कश्मीर में सेना आतंकियों को ढूंढने के लिए बहुत बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रही है तो दूसरी तरफ आतंकियों की बिरयानी पार्टी वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आतंकी बेहद आराम से बागान में बैठकर खाने का मजा ले रहे हैं. सवाल है कि वीडियो नया है या पुराना और क्या किसी खास मकसद से जारी किया गया है?
क्या दिख रहा है वीडियो में ? 37 सेकेंड का वीडियो शुरू होता है तो पहला आतंकी आराम से अपनी गोद में बिरयानी की प्लेट रखे खाना खा रहा है उसकी आंखों पर चश्मा है. वीडियो आगे बढ़ता है तो दूसरा आतंकी अपनी उंगलिया चाटते हुए दिखता है. दो और आतंकी है जो बिरयानी पार्टी में डूबे हुए हैं. टिफिन में बहुत सारा चिकन मटन रखा हुआ दिख रहा है. कोल्डड्रिंक की बोतलें भी साफ दिखाई दे रही हैं. चार आतंकी खाना खा रहे हैं पांचवां यहां है जो आपको वीडियो बनाते हुए दिख रहा है और एक छठा शख्स भी वहां मौजूद है जिसके कैमरे में ये पांच आतंकी कैद हुए हैं.
क्या है वीडियो का सच ? एबीपी न्यूज़ ने वायरल वीडियो का सच जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने सेना के उच्च सूत्रों से संपर्क किया. सेना के सूत्रों ने हमें बताया कि वायरल वीडियो दक्षिणी कश्मीर के किसी बागान का है. ये दक्षिणी कश्मीर के शोपियां-कुलगाम की सीमा के पास वाले इलाके का है. इतना ही नहीं हमें ये भी बता चला कि ये वीडियो आतंकी संगठन लश्कर के आतंकियों का है.
आतंकियों के पास खाना कहां से आ रहा था? एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में पता चला कि आतंकी जो बिरयानी पार्टी कर रहे हैं वो उन्हें उसी इलाके में रहने वाले परिवार ने बनाकर भेजी है. ये लोग आतंकियों के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर्स के तौर पर काम करते हैं यानि वो लोग जो रहते तो आम कश्मीरी की तरह हैं लेकिन काम आतंकी संगठनों के लिए करते हैं. माना जाता है कि जिस घर को भी इनके लिए खाना बनाने की जिम्मेदारी दी जाती है उस परिवार की महिलाएं ही इनके लिए लजीज़ खाना तैयार करती हैं.
आतंकियों तक कैसे पहुंचता है खाना ? आतंकियों तक खाने की डिलीवरी करने की एक बेहद खास प्रक्रिया होती है. खाना तैयार होने के बाद आतंकी किसी मस्जिद के पास अपने लड़कों को भेजते हैं, वो लड़के जो आतंकी नहीं होते हैं. ये लड़के परिवार से खाना लेकर दूसरे लड़के को खाना देता है. इसके बाद ये खाना आतंकियों तक बागानों में पहुंचता है जहां ये छिपे होते है. चेन इसलिए बनाई जाती है ताकि पुलिस या सुरक्षाबल खाने की 'खूशबू' सूंघते हुए उन तक ना पहुंच जाएं.
सेना से डरकर जंगल में छिपे आतंकी जम्मू कश्मीर में सेना 15 साल बाद कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन कर रही है. इस अभियान में सेना एक एक घर की तलाशी लेगी...ताकि कोई आतंकवादी बंदूक के बल पर छिपा हुआ हो तो उसे पकड़ा जा सके. सेना के सूत्रों ने हमें बताया कि 4-5 के ग्रुप में रहने वाले ये आतंकी कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन शुरू होने के बाद जंगलों में जाकर छिप गए हैं और वहीं रहकर ये खाना-पीना और बिरयानी पार्टी कर रहे हैं.
एबीपी न्यूज की पड़ताल में आतंकियों की कोल्डड्रिंक-बिरयानी की पार्टी वाला वीडियो सच साबित हुआ है.
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Source: IOCL






















