बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर जेडीयू में असहजता, शरद यादव नाखुश !
जेडीयू के एक सूत्र ने दावा किया कि बीजेपी और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने यादव से बात की है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनके बीच क्या बातचीत हुई. बहरहाल, नीतीश कुमार के नजदीकी जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने भरोसा जताया कि यादव पार्टी में दरार की हद तक नहीं जाएंगे.
नई दिल्ली: बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू का एक धड़ा महागठबंधन से बाहर निकलने और बीजेपी के साथ नई सरकार बनाने के फैसले से नाखुश है. पार्टी के दो सांसदों ने सरेआम इस फैसले की आलोचना भी की है.
जेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर और एम पी वीरेंद्र कुमार नीतीश कुमार के इस कदम से नाखुश बताए जा रहे है. इन दोनों नेताओं ने वरिष्ठ नेता शरद यादव से मुलाकात भी की है. पार्टी के पूर्व प्रमुख और राज्यसभा में जेडीयू के नेता शरद यादव ने घटनाक्रम पर अब तक टिप्पणी नहीं की है. उनसे जुड़े करीबी सूत्रों ने कहा है कि वह बिहार के मुख्यमंत्री के कदम को लेकर नाखुश हैं क्योंकि वह चाहते थे कि कांग्रेस सहित तीन दलों का गठबंधन बना रहे.
अनवर ने कहा कि ‘‘मेरा जमीर मुझे नीतीश कुमार के कदम का समर्थन’’ करने की इजाजत नहीं देता. उन्होंने कहा कि जेडीयू-बीजेपी गठबंधन के खिलाफ उनके सख्त दृष्टिकोण से यादव सहमत हैं. उन्होंने कहा कि यादव ने उनसे कहा कि अन्य नेताओं से बातचीत के बाद वह मुद्दे पर औपचारिक रुख अख्तियार करेंगे.
केरल के जेडीयू अध्यक्ष एमपी वीरेंद्र कुमार ने नीतीश कुमार के फैसले पर हैरानी जतायी और कहा कि राज्य इकाई एनडीए खेमे में जाने के मुख्यमंत्री के फैसले को नहीं अपनाएगी. उन्होंने जेडीयू के सभी सांसदों से फैसले की निंदा करने और पार्टी छोड़ने की अपील की है.
हालांकि केरल में पार्टी का जनाधार नहीं है और इसके नेताओं ने जोर दिया है कि बिहार में उनका समूह एकजुट रहेगा. अनवर ने कहा कि नये गठबंधन को लेकर उनके ऐतराज को पार्टी के खिलाफ बगावत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए और वह संगठन के भीतर अपना विचार व्यक्त करेंगे.
अनवर ने कहा, ‘‘उन्होंने (यादव) हमें अपने आवास पर बुलाया था . वह बीजेपी के साथ गठबंधन के खिलाफ हमारे दृष्टिकोण से सहमत हुए . ’’ उन्होंने दावा किया कि यूपीए का साथ छोड़ने और बीजेपी के साथ गठबंधन करने के कुमार के फैसले पर पार्टी के भीतर चर्चा नहीं हुई और यादव को भी भरोसे में नहीं लिया गया.
जेडीयू के एक सूत्र ने दावा किया कि बीजेपी और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने यादव से बात की है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनके बीच क्या बातचीत हुई. बहरहाल, नीतीश कुमार के नजदीकी जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने भरोसा जताया कि यादव पार्टी में दरार की हद तक नहीं जाएंगे.