Jammu Kashmir: मीरवाइज उमर फारूक को प्रशासन ने किया हाउस अरेस्ट, ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को भी किया बंद
Mirwaiz Umar Farooq House Arrest: 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 को निरस्त करने के बाद से पिछले पांच सालों से मस्जिद में जुम्मत उल विदा की नमाज की परमिशन नहीं दी गई है.

Jamia Masjid Closed: ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक को प्रशासन ने हाउस अरेस्ट कर लिया है. प्रशासन को शक है कि घाटी में विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं.इसके साथ ही रमजान के आखिरी शुक्रवार जुमात-उल-विदा से पहले ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को भी बंद कर दिया गया है. जुमात-उल-विदा को यौम-ए-कुद्स (QUDS दिवस) के रूप में मनाया जाता है जो फिलिस्तीन के लोगों के साथ एक वैश्विक एकजुटता अभियान का प्रतीक है.
नौहट्टा में मस्जिद की प्रबंध संस्था अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार (05 अप्रैल) की सुबह दौरा किया और उन्हें गेट बंद करने का निर्देश दिया क्योंकि 'जुमात-उल-विदा की नमाज की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को निगीन हजरतबल में उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है.
घाटी में नहीं होगा फिलिस्तीन के समर्थन में मार्च
एक पूर्व बैठक में, मीरवाइज ने औकाफ के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कर्तव्यों को लगन से पूरा करने करने का निर्देश दिया, जिसमें जुम्मत-उल-विदा, शब-ए-कद्र और ईद-उल-फितर जैसे अवसरों के लिए आंतरिक व्यवस्था पर जोर दिया गया ताकि कोई असुविधा या शिकायत न हो. 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से पिछले पांच वर्षों से मस्जिद में जुम्मत उल विदा की नमाज की अनुमति नहीं दी गई है. सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने सुरक्षा बलों को कश्मीर घाटी में कहीं भी फिलिस्तीन के साथ एकजुटता में मार्च की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया है.
क्या है जुम्मत उल विदा?
जुम्मत उल विदा रमजान के आखिरी शुक्रवार को मनाया जाता है जो दुनिया भर के मुसलमानों के लिए बहुत महत्व रखता है. कश्मीर घाटी में भी, प्रमुख मस्जिदों में बड़े पैमाने पर सभाएं आयोजित की जाती हैं और हजारों श्रद्धालु मस्जिदों में उमड़ते हैं.
ये भी पढ़ें: Uri Encounter: भारतीय सेना ने नाकाम की पाक की साजिश, उरी में मार गिराया 2 आतंकवादी
Source: IOCL





















