‘दिल्ली में हिंदू हूं ये बोलना होता था मुश्किल, लेकिन अब…’, अहमदाबाद के हिंदू आध्यात्मिक मेले में बोले अमित शाह
Amit Shah in Hindu Adhyatmik Mela: गुजरात के अहमदाबाद में हिंदू आध्यात्मिक और सेवा मेले का उद्घाटन करने के बाद अमित शाह ने मोदी सरकार के 10 सालों के कामों को गिनाते हुए महाकुंभ के महत्व को समझाया.

Amit Shah in Hindu Adhyatmik Mela: केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज गुजरात के अहमदाबाद में हिंदू आध्यात्मिक और सेवा मेले का उद्घाटन किया. इस दौरान अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पिछले दस वर्षों में दशकों से लंबित अनेक कार्यों को पूरा किया. मोदी सरकार भारत की भाषाओं व धर्म स्थानों को समृद्ध बना रही है और भारत की संस्कृति को दुनियाभर में पहुंचा रही है.
अमित शाह ने कहा कि हिंदू आध्यात्मिक सेवा संस्थान ने इस मेले के माध्यम से 200 से अधिक सेवा करने वाली संस्थाओं को एक मंच पर लाने का काम किया. हमारे पारिवारिक मूल्यों के विकास, उनके संरक्षण और संवर्धन में हिंदू आध्यात्मिक सेवा मेले की बहुत बड़ी भूमिका है. ऐसे मेलों के माध्यम से परिवार, धर्म, संस्कृति और परंपराओं को चलाने की एक अद्भुत व्यवस्था लंबे समय से की जा रही है.
‘दिल्ली में हिंदू हूं बोलना होता था मुश्किल’
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने जमकर विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली में पहले ‘हिंदू हूं’ बोलना मुश्किल था, लेकिन अब हर कोई बोलता है. गर्व से बोलता है. बीते 10 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में है और 10 सालों में सरकार ने विचारधारा और आइडियोलॉजी के काम पूरे किए.
महाकुंभ को लेकर भी कहा
वहीं महाकुंभ को लेकर अमित शाह ने कहा कि कुंभ से बड़ा समरसता और एकता का संदेश पूरे विश्व में कहीं नहीं है. प्रयागराज में 144 वर्ष बाद बने शुभ संयोग में हो रहे महाकुंभ को पूरी दुनिया आश्चर्यचकित होकर देख रही है. शाह ने कहा, “विभिन्न देशों के लोगों ने कहा है कि उनको निमंत्रण पत्र चाहिए. मैंने उनसे कहा कि कुंभ ऐसा मेला है, जहां पर किसी को निमंत्रण की आवश्यकता नहीं होती है.
27 जनवरी को कुंभ जा रहे अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि अन्य देशों के लोग हैरान हो रहे हैं कि 40 करोड़ लोग एक ही जगह पर बिना निमंत्रण के आ रहे हैं. लोगों ने उनसे पूछा कि इस मेले का प्रबंधन कौन करता है. तो उन्होंने जवाब दिया कि सरकार करती है. सरकार जो प्रबंध करती है वह राम सेतु बनाने में गिलहरी के योगदान जितना महत्वपूर्ण है. उन्होंने ये भी बताया कि मुगल और कांग्रेस काल में भी कुंभ आयोजित होता था. इसे कोई नहीं रोक सकता है. इस बार भी महाकुंभ का आयोजन बेहद सुंदर तरीके से हुआ है. गुजरात की जनता से अपील करते हुए अमित शाह ने कहा कि 144 साल बाद कुंभ आया है. हर किसी को यहां जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि वह अपने जीवन नें 9 कुंभ जा चुके हैं. वह 27 जनवरी को कुंभ जाएंगे अमित शाह.
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Source: IOCL





















