Apache Combat Helicopter: भारतीय सेना को जल्द मिलेंगे अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, जानें क्या है इसकी खासियत
Apache Combat Helicopter: साल 2020 में रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से 6 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. अब अमेरिकी कंपनी बोइंग से 3 अपाचे कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (एएच-64ई) की खेप मिलने जा रही है.

ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों के बीच भारतीय सेना को अमेरिकी कंपनी बोइंग से 3 अपाचे कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (एएच-64ई) की खेप मिलने जा रही है. सोमवार (21 जुलाई, 2025) को अपाचे हेलीकॉप्टर के हिंडन एयरबेस पर पहुंचने की संभावना है. इन अपाचे हेलिकॉप्टर को भारतीय सेना की जोधपुर स्थित एविएशन कोर में तैनात किया जाएगा.
पहली बार भारतीय सेना को अपाचे हेलीकॉप्टर की खेप मिल रही है. भारतीय वायुसेना के पास पहले से 22 अपाचे हेलीकॉप्टर हैं, जिन्हे पठानकोट (पंजाब) और जोरहाट (असम) में तैनात किया गया है. हालांकि, भारतीय सेना (थलसेना) स्वदेशी रूद्र हेलीकॉप्टर ऑपरेट करती है.
इतने मिलियन डॉलर में अमेरिका से सौदा
साल 2020 में रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से थलसेना के लिए 6 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. इस सौदे की कुल कीमत 800 मिलियन डॉलर (करीब 7000 हजार करोड़ रुपए) थी. डील के मुताबिक, साल 2024 में सेना को ये अमेरिका अटैक हेलिकॉप्टर की डिलीवरी होनी थी, लेकिन ये सौदा करीब 15 महीने देरी से चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, बाकी तीन हेलिकॉप्टर की डिलीवरी भी इसी साल मिलने की उम्मीद है.
पहले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और फिर ऑपरेशन सिंदूर पर ट्रंप के बयानों के चलते अमेरिका से हथियार और सैन्य उपकरणों की डिलीवरी में देरी चल रही है, लेकिन इसी महीने अमेरिका से तेजस फाइटर जेट प्रोजेक्ट के लिए एविएशन इंजन की डिलीवरी हुई है और अब अपाचे हेलीकॉप्टर आने जा रहे हैं.
आतंकियों को मार गिराने में तत्पर
अपाचे हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला करने के लिए किया जाता है. साथ ही जंग के मैदान में दुश्मन के टैंक, आर्मर्ड व्हीकल्स और मिलिट्री गाड़ियों पर अटैक करने के लिए किया जाता है. पहाड़ी क्षेत्रों में भी इन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल दुश्मन की चौकियों और गुफाओं में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए किया जाता है.
अपाचे हेलीकॉप्टर की ताकत
1. लॉन्गबो रडार: यह रडार प्रणाली एक साथ 128 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है और कुछ ही सेकंड में 16 लक्ष्यों पर हमला कर सकती है.
2. हेलफायर मिसाइल: ये मिसाइल टैंक जैसे बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने में सक्षम है.
3. एयर-टू-ग्राउंड रॉकेट: ये रॉकेट जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने में मदद करते हैं.
4. चेन गन: 30 एमएम-एम230 तोप उच्च गति से गोलीबारी कर सकती है, जो निकट युद्ध में उपयोगी होती है.
ये भी पढ़ें:- Supreme Court: 'ये तो धोखाधड़ी से कब्जा हुआ', समाजवादी पार्टी से कार्यालय खाली करवाने के मामले में बोला सुप्रीम कोर्ट

