जी-20 मुल्कों के स्वास्थ्यमंत्रियों की बैठक में भारत ने साझा किया अपना कोविड कंट्रोल मॉडल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने जी20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में बताया कि किस तरह भारत ने सीमित संसाधनों और स्वास्थ्य सुविधाओं के बावजूद प्रभावी तरीक से अपनी कोविड19 रोकथाम रणनीति पर काम किया.

नई दिल्ली: दुनिया के सबसे प्रभावशाली 20 मुल्कों का समूह इस वक्त कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों का भी कुनबा है. हालांकि इस समूह में भारत की स्थिति अन्य कई मुल्कों के मुकाबले काफी बेहतर है। लिहाजा जी20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की रविवार को हुई बैठक में भारत ने अपना कोविड कंट्रोल मॉडल साझा किया तो सबने काफी ध्यान से सुना.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने जी20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में बताया कि किस तरह भारत ने सीमित संसाधनों और स्वास्थ्य सुविधाओं के बावजूद प्रभावी तरीक से अपनी कोविड19 रोकथाम रणनीति पर काम किया. लॉकडाउन की अहमियत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इसके परिणाम नजर आ रहे हैं.
19 अप्रैल की स्थिति के मुताबकि भारत ने लॉक डाउन के 25 दिन पूरे कर लिए हैं और इस अवधि को 3 मई तक बढ़ाया गया है। इन उपायों के परिणाम भी सामने आ रहे है. जहां 17 मार्च को हमारे कोविड19 मामलों का डबलिंग रेट (मरीजों की संख्या दुगनी हो जाने की अवधि) 3.4 दिन था वो 25 मार्च को 4.4 हुआ और इस समय करीब 7.4 दिन है.
भारत की कोविड रोकथाम रणनीति के पंचतंत्वों का जिक्र करते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने पहले भी महामारियों का सामना किया है. हालांकि इस बार भारत ने जिन पांच बातों पर प्रमुखता से ध्यान दिया उनमें अहम हैं-1. लगातार हालत के बार में जानकारी रखना और सूचना तंत्र को सक्रिय रखना. 2. समय से पहले और सक्रियता से रक्षात्मक कदम उठाना. 3. बदलती समय परिस्थिति के अनुरूप कदम उठाना. 4. सभी संबंधित पक्षों के बीच संवाद और तालमेल बनाए रखना. 5. बीमारी के साथ लड़ाई को एक जनआंदोलन बनाना.
स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के पास स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने की क्षमताएं हैं. समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम के जरिए देशभर में फैले नेटवर्क का भारत ने इस्तेमाल किया. साथ ही इसे और भी मजबूत किया जा रहा है.
जी-20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक इस कुनबे के राष्ट्राध्यक्षों के बीच 26 मार्च को हुए वर्चुअल शिखर सम्मेलन में बनी सहमतियों की ही कड़ी है. महत्वपूर्ण है कि जी20 देशों के बीच वर्चुअल शिखर बैठक का सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आया था जिसे इस समूह की अगुवाई कर रहे साऊदी अरब ने आगे बढ़ाया. इस कड़ी में जी20 देशों के वित्त और ऊर्जा मंत्रियों की बैठक भी हो चुकी हैं.
गौरतलब है कि जी-20 मुल्कों में शामिल अमेरिका जहां इस वक्त कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित मुल्क है. वहीं चीन में इस बीमारी की शुरुआत के बावजूद अब भी पूरी तरह से ब्रेक नहीं लगा है. इसके अलावा इटली, जर्मनी, ब्रिटेन में प्रति दस लाख आबादी पर कोरोना पीड़ित मरीजों का आंकड़ा काफी अधिक है.
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Source: IOCL





















