Anant Hegde: 'अगर BJP हुई 400 पार तो बदल देगी संविधान, नहीं बचेगा आरक्षण', अनंत हेगड़े के बयान पर RJD का वार
Lok Sabha Election 2024: आरजेडी ने वोटरों से अपील की है कि ये सुनिश्चित करें कि दलित, पिछड़े, आदिवासियों का एक भी वोट BJP को न मिले. अन्य विपक्षी दल भी इस बयान की आलोचना कर रहे हैं.

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जोरदार हमला बोला है. पार्टी ने सांसद अनंत हेगड़े के बयान को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिया.
आरजेडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, "भाजपा सांसद अनंत हेगड़े कह रहे हैं कि अगर भाजपा 400 सीट लाई तो संविधान बदल दिया जाएगा. मतलब न आपके बच्चों का आरक्षण बचेगा, न वे समान नागरिक होंगे और न ही सरकार व कानून की नज़र में आपके एवं आपके बच्चों के पास समान अधिकार होंगे."
बहुजनों, संभल जाओ!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 10, 2024
भाजपा सांसद अनंत हेगड़े कह रहे हैं कि अगर भाजपा 400 सीट लाई तो संविधान बदल दिया जाएगा!
मतलब ना आपके बच्चों का आरक्षण बचेगा, ना वे समान नागरिक होंगे और ना ही सरकार व कानून की नजर में आपके एवं आपके बच्चों के पास समान अधिकार होंगे!
सुनिश्चित करें कि दलित,… pic.twitter.com/owuCBZbduz
पार्टी ने वोटर्स से की ये खास अपील
आरजेडी ने आगे कहा, 'ये सुनिश्चित करें कि दलित, पिछड़े, आदिवासियों का एक भी वोट जातिवादी भारतीय जनता पार्टी को न मिले. चाहे BJP की ओर से मुखौटा बनकर SC, ST या OBC कैंडिडेट ही क्यों न खड़ा हो.' आरजेडी ने बीजेपी को मनुवादी पार्टी बताया.
इससे पहले भी RJD ने बीजेपी पर बोला था हमला
4 मार्च 2024 को ही आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पवन सिंह को टिकट मिलने के बाद कहा था कि बीजेपी को अब नेता नहीं मिल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा था, “चाहे पीटें जितना ढोल, बीजेपी की खुल गई पोल." आरजेडी नेता ने कहा कि 400 सीट क्या, 40 सीट भी बीजेपी को नहीं आएगी.
ऐसा क्या कहा है अनंत हेगड़े ने?
इस विवाद की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनंत कुमार हेगड़े के एक बयान से हुई. रविवार (10 मार्च) को उन्होंने कहा था कि प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द को हटाने के लिए BJP संविधान में संशोधन करेगी. उन्होंने लोगों से लोकसभा में BJP को दो-तिहाई बहुमत देने का आह्वान किया, ताकि देश के संविधान में संशोधन किया जा सके. अनंत हेगड़े ने करीब छह साल पहले भी इसी तरह का बयान दिया था.
ये भी पढ़ें
Source: IOCL























