भूपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा के नेताओं से भविष्य की राजनीति पर ली राय, सम्मानजनक पद दे सकता है कांग्रेस आलाकमान
भूपेन्द्र हुड्डा की मुख्य मांग है कि प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को हटाया जाए. एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी और राहुल गांधी हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष का पद भूपेन्द्र हुड्डा को नहीं देना चाहते.

नई दिल्ली: भूपेन्द्र हुड्डा ने आज दिल्ली में पूरे हरियाणा से 105 नेताओं को बुलाया और उनसे भविष्य की राजनीति पर व्यक्तिगत रूप से राय ली गई. इससे पहले 18 अगस्त को रोहतक में परिवर्तन रैली मे 33 सदस्यों की कमेटी गठित की थी जिनको भविष्य की राजनीति तय करने के लिए कहा गया था. आज बैठक की शुरूआत से पहले सभी नेताओं ने एक सुर में प्रस्ताव पारित करके कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा जो भी फ़ैसला लेंगे हमें मंज़ूर है. उसके बाद हुड्डा ने एक-एक व्यक्ति से उनकी राय जानी और सभी को ये भी बताया कि उनकी क्या बात कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हुई है.
एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी और राहुल गांधी हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष का पद भूपेन्द्र हुड्डा को नहीं देना चाहते. लेकिन भूपेन्द्र हुड्डा कांग्रेस में बने रहें इसके लिए आलाकमान उन्हें सम्मानजनक पद देने पर विचार कर रहा है.
अगर अध्यक्ष पद नहीं मिलता है तो क्या हो सकते हैं सम्माजनक पद? पहला, विधायक दल का नेता और दूसरा सेन्ट्रल इलेक्शन कमेटी का सदस्य. लेकिन हुड्डा परिवार के नज़दीकी सूत्रों के मुताबिक़, भूपेन्द्र हुड्डा यह भी कह सकते हैं कि जो भी फ़ैसला सोनिया गांधी लेंगी वो उन्हें मंज़ूर है. इससे पहले रोहतक रैली में भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी पहले जैसी नहीं रही, कांग्रेस अपने रास्ते से भटक गयी है. हुड्डा परिवार ने अनुच्छेद 370 पर सरकार के फ़ैसले का स्वागत किया था जिसे लेकर आलाकमान ने अभी तक कोई फ़ैसला नहीं किया है. बता दें कि भूपेन्द्र हुड्डा की मुख्य मांग है कि प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को हटाया जाए.
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