कोरोना के टीकाकरण को लेकर सरकार बयान, वैक्सीन बना रही कंपनियों से और डेटा मांगने का समयसीमा पर असर नहीं
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि भारतीय औषधि महा नियंत्रक (डीजीसीआई) को दिए गए इन आवेदनों पर विशेषज्ञों की संबंधित समिति द्वारा गौर किया जा रहा है.

नई दिल्ली: केंद्र ने मंगलवार को कहा कि भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर के कोविड-19 टीकों के लिए आकस्मिक उपयोग मंजूरी की खातिर उनके आवेदनों पर गौर किया जा रहा है. दवा नियामक डीजीसीआई द्वारा इन कंपनियों से अधिक आंकड़ों की मांग करने से टीकाकरण समयसीमा पर असर नहीं पड़ेगा. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि भारतीय औषधि महा नियंत्रक (डीजीसीआई) को दिए गए इन आवेदनों पर विशेषज्ञों की संबंधित समिति द्वारा गौर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि आवेदनों पर वैज्ञानिक आधार पर गौर किया जा रहा है तथा इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि टीका सुरक्षित हो, लोगों में कोविड-19 बीमारी की घटनाओं को कम करने के लिए पर्याप्त और प्रभावी हो. यह स्वतंत्र प्रक्रिया है और चल रही है.
पॉल ने कहा, ‘‘ मैं यह रेखांकित करना चाहूंगा कि जब हम इन प्रक्रियाओं के बारे में बात करते हैं, तो यह कोई व्यक्तिगत या तीन लोगों से संबंधित नहीं है. ये ऐसे लोग हैं जो वैज्ञानिक, महामारी विज्ञान, चिकित्सक, जीवविज्ञानी... हैं. वे विज्ञान के आधार पर फैसला करते हैं.’’ पत्रकारों ने उनसे डीजीसीआई द्वारा कंपनियों से जरूरी मंजूरी देने के लिए और आंकड़े मांगे जाने के संबंध में सवाल किया था.
पिछले 24 घंटों में सामने आए 26 हजार 382 नए मामले, 387 लोगों की हुई मौत देश में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप अभी भी बरकरार है. पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 26 हजार 382 नए मामले सामने आए हैं. वहीं पिछले दिन 387 लोगों की मौत हो गई. देश में अब मरीजों के ठीक होने की दर भी 95 फीसदी से ज्यादा हो गई है. वहीं मृत्यु दर 1.45 फीसदी है. देश में अब कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 99 लाख 32 हजार 548 हो गई है. जब इस महामारी से अबतक एक लाख 44 हजार 96 लोगों की जान चली गई.
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