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'मैं मजाक नहीं कर रहा दुनिया में सिर्फ एक ही फारूक अब्दुल्ला, गालियां खाकर भी...' गुलाम नबी आजाद क्यों बोले ऐसा
Ghulam Nabi Azad: अपनी आत्मकथा की लॉन्चिंग के दौरान गुलाम नबी आजाद जम्मू कश्मीर में अपने सियासी प्रतिद्वंदी फारूक अबदुल्ला की तारीफ में कसीदे पढ़ते नजर आए, उन्होंने कहा फारूक साहब सिर्फ एक हैं.
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Ghulam Nabi Azad On Farooq Abdullah: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद इन दिनों अपनी किताब और गांधी परिवार पर किए जा रहे अपने हमले को लेकर सुर्खियों में हैं. हालांकि इसी दौरान उन्होंने दशकों तक अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे फारूक अब्दुल्ला की तारीफ की. मौका था गुलाम नबी आजाद की आत्मकथा आजाद की लॉन्चिंग का.
मंच पर बोलते हुए आजाद ने कहा, दुनिया में सिर्फ एक ही फारूक अब्दुल्ला बना है. दूसरा कोई फारूक नहीं बना है. ये अपने आप में एक जीता जागता कश्मीर है, इसके बराबर हरफनमौला, मजाकिया और बेहतरीन दोस्त मैंने नहीं देखा.
'फारूक साहब और हम एक दूसरे के बेहतरीन दोस्त'
गुलाम नबी आजाद ने कहा, हमारी सियासत में प्यार, मोहब्बत और लड़ाई चलती रहती है लेकिन व्यक्तिगत रूप से हम एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त हैं और हमारे पिछले 40-42 साल से एक दूसरे से संबंध हैं. उन्होंने कहा, "...और फारूक साहब दुनिया में एक ही शख्स बना है. मैं मजाक नहीं कर रहा हूं, मैं सच कह रहा हूं. ये कुछ भी कहें तो किसी को भी बुरा नहीं लगता है. कितने शीरीं हैं तेरे लब कि रक़ीब, गालियां खा के बे-मज़ा न हुआ."
गुलाम नबी आजाद ने लॉन्च की है अपनी आत्मकथा
गुलाम नबी आजाद ने बुधवार (5 अप्रैल) को अपनी आत्मकथा 'आजाद' लॉन्च की है. इस लॉन्चिंग के दौरान उन्होंने अपनी जीवन यात्रा के बारे में है. इस किताब में उनकी अपने गृह जिले से लेकर दिल्ली और कांग्रेस पार्टी में उनकी राजनीतिक यात्रा का जिक्र है. इंदिरा गांधी के पीएम रहने के दौरान संजय गांधी से आजाद की दोस्ती, उसके बाद राजीव से नजदीकियां और फिर नरसिम्हा राव से लेकर सोनिया-मनमोहन सिंह के शासन और फिर उसके बाद राहुल गांधी तक से उन्होंने अपने संबंधों का जिक्र इस किताब में किया है.
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