गौरव वल्लभ के इस्तीफे पर BJP का आया पहला रिएक्शन, सुधांशु त्रिवेदी बोले- सनातन विरोध का कांग्रेस ने भुगता खमियाजा
Gaurav Vallabh Resigned: गौरव वल्लभ ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा कि वह पार्टी में सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते. इसको लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशना साधा है.
BJP On Gaurav Vallabh: गौरव वल्लभ के कांग्रेस से इस्तीफा देने को लेकर बीजेपी का पहला रिएक्शन आया है. पार्टी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि वल्लभ ने सनातन के अपमान का जिक्र करते हुए इस्तीफा दिया है. ऐसे ही रहा तो कांग्रेस को आगे भी खमियाजा उठाना पड़ेगा.
बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ''गौरव वल्लभ ने इससे पहले 2014 के चुनाव के बाद बनी एंटनी कमेटी को लेकर कहा था कि कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती है. इसका खमियाजा कांग्रेस को उठाना पड़ता है.''
उन्होंने आगे कहा कि गौरव वल्लभ लगातार जीरो की बात करते थे. अब उनको समझ में आया है कि जीरो क्या है? राहुल गांधी के साथ रहने वाले को समझ में आ गया है कि जीरो कौन है. दरअसल, वल्लभ ने गुरुवार (3 अप्रैल, 2024) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कहा कि वह पार्टी में सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते.
गौरव वल्लभ ने क्या कहा?
गौरव वल्लभ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे इस्तीफे की फोटो सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की. उन्होंने कहा कि पार्टी जिस तरह से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है वह सहज महसूस नहीं कर रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा.मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता.इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहाहूं pic.twitter.com/Xp9nFO80I6
— Prof. Gourav Vallabh (@GouravVallabh) April 4, 2024
वल्लभ ने कहा, ''मैं न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह शाम वेल्थ क्रिएटर को गाली दे सकता हूं. इसलिए पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.''
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेजते हुए गौरव वल्लभ ने लिखा, "भावुक हूं, मन व्यथित है, काफी कुछ कहना चाहता हूं, लिखना चाहता हूं, बताना चाहता हूं, लेकिन मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते हैं जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे. कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया. कई मुद्दों पर पार्टी का पक्ष दमदार तरीके से रखा, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पार्टी के रुख से असहज महसूस कर रहा हूं."
राम मंदिर का किया जिक्र
गौरव वल्लभ ने कहा, "अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से मैं क्षुब्ध हूं. मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं. पार्टी के इस रुख ने मुझे हमेशा असहज किया, परेशान किया. पार्टी और गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उस पर चुप रहना उसे मौन स्वीकृति देने जैसा है.''
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