पीएम मोदी ने शी जिनपिंग से कहा, 'भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए LAC का सम्मान जरूरी'
PM Modi-Xi Jinping Meeting: पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर अनौपचारिक बातचीत की.
PM Modi Meets Xi Jinping: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें (ब्रिक्स) BRICS शिखर सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं. गुरुवार (24 अगस्त) को जोहान्सबर्ग में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक दूसरे से बात करते नजर आए थे. दोनों नेताओं के बीच कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई बल्कि दोनों नेता चलते-चलते एक दूसरे से बात कर रहे थे.
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि ब्रिक्स से इतर पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की है. दोनों नेता अपने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए.
चीनी राष्ट्रपति को चिंताओं से अवगत कराया
उन्होंने बताया कि पीएम ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एलएसी पर अनसुलझे मुद्दों पर चिंताओं से अवगत कराया. पीएम ने इस दौरान कहा कि भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान करना आवश्यक है.
"ब्रिक्स बिजनेस फोरम अहम है"
विनय क्वात्रा ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ब्रिक्स बिजनेस फोरम इंट्रा-ब्रिक्स साझेदारी के प्रमुख स्तंभों में से एक है. उन्होंने एक महत्वपूर्ण तत्व, लचीली और समावेशी आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने की आवश्यकता के बारे में बात की और इंट्रा-ब्रिक्स देश में आपसी विश्वास और पारदर्शिता के महत्व पर भी चर्चा हुई.
इंडोनेशिया में भी हुई थी मुलाकात
इससे पहले नवंबर 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो की ओर से आयोजित जी20 रात्रिभोज में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले थे. ये भी अनौपचारिक मुलाकात थी. तब दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का हाथ मिलाकर अभिवादन किया था. अप्रैल 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी आर्मी और भारतीय सेना के बीच गतिरोध के बाद ये दोनों की पहली मुलाकात थी.
दोनों देश के बीच कमांडर लेवल की बातचीत हुई
भारत और चीन ने 13 और 14 अगस्त को कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता का 19वां दौर आयोजित किया, जिसमें पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक के गतिरोध वाले क्षेत्रों में लंबित मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित किया गया. इस उच्च-स्तरीय वार्ता के नए दौर के कुछ दिनों बाद, दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडरों ने देपसांग और डेमचोक में मुद्दों को हल करने के लिए दो अलग-अलग स्थानों पर बैठकें की थी.
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