अंगूर के बराबर दिल, 90 सेकेंड में सर्जरी, मां की कोख में ही डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर किया कमाल
Delhi AIIMS : एम्स के डॉक्टरों ने मां की कोख के अंदर ही बच्चे के अंगूर के साइज वाले दिल की सर्जरी करके सफलता हासिल की. कार्डियोलॉजिस्ट और फेटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट की एक टीम ने सफल ऑपरेशन की.

Delhi AIIMS: एम्स के डॉक्टरों को बड़ी कामयाबी हासिल की है. डॉक्टरों ने 90 सेकंड में एक महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के दिल को ठीक किया है. एम्स दिल्ली के डॉक्टरों की एक टीम ने बताया कि गर्भ में पल रहे बच्चे का दिल अंगूर की तरह बहुत छोटा था जिसका सफल बैलून डाइलेशन किया गया है. देश में पहली बार इस तरह का प्रोसीजर किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार (14 मार्च) को एम्स के डॉक्टरों को इस सफल प्रोसीजर के लिए बधाई दी. मनसुख ने ट्वीट करके कहा कि मैं @AIIMS_NewDelhi के डॉक्टरों की टीम को 90 सेकंड में एक अंगूर के आकार के एंब्रॉय के दिल पर सफल प्रक्रिया करने के लिए बधाई देता हूं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मां और बच्चे की सलामती के लिए प्रार्थना.
I congratulate the team of doctors of @AIIMS_NewDelhi for performing successful rare procedure on grape size heart of a fetus in 90 seconds.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) March 14, 2023
My prayers for the well-being of the baby and the mother. https://t.co/YIw1D5ZY1g
तीन बार हो चुका है गर्भपात
एएनआई से मिली जानकारी के मुताबिक 28 वर्षीय महिला को पहले तीन बार गर्भपात हो चुका है. जिसके चलते वह हर हाल में अपना बच्चा चाहती थी. महिला को अल्ट्रासाउंड करवाने के बाद डॉक्टरों ने बच्चे की दिल की स्थिति के बारे में बताया था, उन्होंने बताया था कि बच्चे का दिल का विकास ठीक नहीं हो रहा था. जिसके बाद महिला ने पूरी स्थिति अपने पति को बताई और एंब्रॉय का प्रोसीजर कराने का फैसला किया. हालांकि प्रोसीजर के बाद गर्भ में बच्चे का विकास ठीक हो रहा है. एम्स में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट और फेटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट की एक टीम ने सफल प्रक्रिया की. प्रक्रिया में शामिल डॉक्टरों की टीम के कहा कि मां और बच्चों दोनों की स्थिति ठीक है.
डॉक्टरों ने कहा कि गर्भ में बच्चे का इलाज करने से जन्म के बाद उसका सामान्य विकास हो सकता है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमने समय को माप लिया था, यह केवल 90 सेकंड था. सर्जरी करने वाले एक डॉक्टर ने समझाया कि सर्जरी में उन्होंने मां के पेट के जरिए बच्चे के दिल में एक सुई डाली और बैलून डाइलेशन के जरिए प्रोसीजर किया.
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Source: IOCL





















