'हिंदुओं में खौफ पैदा करने के लिए किया गया राजौरी अटैक', डिफेंस एक्सपर्ट बोले- दहशतगर्दों का हो खात्मा
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने सोमवार को मीडिया को बताया कि रविवार को "हमले में 4 लोगों की मृत्यु हुई है और 6 लोग घायल हैं. सभी घायलों की स्थिति सामान्य है."

Rajouri Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर के राजौरी में रविवार (1 जनवरी) को दो बंदूकधारी आतंकियों ने कुछ लोगों पर फायरिंग कर दी. इस आतंकी हमले में 4 लोगों की मौत हो गई और 6 अन्य घायल हुए हैं. पुलिस ने बताया कि सोमवार को इलाके में तलाशी के दौरान एक धमाका भी हुआ, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई. इस पूरे मामले पर अब रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने प्रतिक्रिया दी है.
पीके सहगल ने समाचार एजेंसी एनआईए से कहा, "कल राजौरी के मुस्लिम बहुसंख्यक इलाके में 3 हिंदुओं के घरों पर हमला किया गया. इनका मकसद उस इलाके में हिंदुओं में खौफ पैदा करना था. भारत सरकार को अल्पसंख्यकों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के इरादे सफल न हों."
'उनको मार गिराया जाना चाहिए'
रक्षा विशेषज्ञ का ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने ये कार्रवाई (आतंकी हमला) की है उनको अगले 3-4 दिनों में मार गिराया जाना चाहिए. वहीं, इस पूरे मामले में जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने सोमवार को मीडिया को बताया कि रविवार को "हमले में 4 लोगों की मृत्यु हुई है और 6 लोग घायल हैं. सभी घायलों की स्थिति सामान्य है."
'तलाशी अभियान जारी है'
उन्होंने बताया कि आज सुबह (सोमवार) तलाशी के दौरान एक और धमाका हुआ. इस धमाके में एक बच्चे की मृत्यु हुई है और 7 लोग घायल हुए हैं. 2 आतंकियों के होने की जानकारी मिली है. तलाशी अभियान जारी है.
10 लाख रुपये का मुआवजा
गौरतलब है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि राजौरी के डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने इस घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. सिन्हा ने कहा कि अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.
ये भी पढ़ें- Rajouri Attack: राजौरी हमले पर लोगों में आक्रोश, प्रदर्शनकारियों ने मृतकों के शव को बीच सड़क पर रखा, सर्च ऑपरेशन जारी
Source: IOCL





















