‘युवाओं और उनके परिवार के भविष्य के साथ...’, Agnipath Scheme के खिलाफ भारी विरोध के बीच मोदी सरकार पर बरसीं मायावती
Agnipath Scheme: मायावती ने कहा कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कम करने के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है.
Protest On Agnipath Scheme: केन्द्र सरकार की तरफ से सेना में भर्ती के लिए लाई गई नई स्कीम 'अग्निपथ' बिहार से लेकर राजस्थान तक का भारी विरोध किया जा रहा है. इसके खिलाफ बिहार में कई जगहों पर टायर जलाकर विरोध किया जा रहा है तो वहीं ट्रेनें और एनएच पर चक्का जाम कर प्रतियोगी छात्र अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं. बिहार के नवादा से लेकर जहानाबाद और आरा तक उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है. कैमूर में ट्रेन में आग लगा दी गई. दूसरी तरफ राजस्थान में भी इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
इस बीच, केन्द्र सरकार की सेना में भर्ती की इस स्कीम का बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी जोरदार विरोध किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार से फौरन इस स्कीम को वापस लेने की मांग की है. बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लंबित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में 4 साल अल्पावधि वाली ’अग्निवीर’ नई भर्ती योजना घोषित की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है. वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं.
मायावती बोलीं- सरकार करे फैसले पर पुनर्विचार
मायावती ने कहा कि इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है.
1. सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लम्बित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली ’अग्निवीर’ नई भर्ती योजना घोषित की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है। वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2022
बीएसपी चीफ नचे कहा कि देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों और अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह मांग है.
2. इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2022
प्रदर्शनकारी छात्र बोले- 4 साल बाद हम कहां जाएं?
अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहे बिहार में प्रदर्शनकारी एक छात्र ने कहा कि आर्म्ड फोर्स में भर्ती होने के लिए हमने कड़ी तैयारियां की. ट्रेनिंग और लीव के बाद चार साल की ये कैसी सर्विस होगी. ट्रेनिंग के बाद सिर्फ तीन साल के लिए कैसे देश की सेवा करेंगे? सरकार की यह स्कीम वापस लेना चाहिए.
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