सिक्किम में BJP को झटका, जेपी नड्डा से मुलाकात का जिक्र कर प्रदेश अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
सिक्किम बीजेपी चीफ ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि केंद्रीय नेतृत्व उनके प्रति उदासीन रवैया रखता है इसलिए उनका पार्टी नेतृत्व से मोहभंग हो गया है और वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं.

Sikkim BJP Chief Resign: बीजेपी की सिक्किम इकाई के प्रमुख डी बी चौहान ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद इस्तीफा दे दिया. उन्होंने दावा किया कि प्रदेश इकाई के प्रति बीजेपी (BJP) के केंद्रीय नेतृत्व की उदासीनता के कारण यह कदम उठाने के लिये वह मजबूर हुए हैं.
डीबी चौहान ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सिक्किम में प्रेम सिंह तमांग सरकार में शामिल होने की प्रदेश इकाई की मांग को नहीं सुना, जबकि सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) स्वयं बीजेपी के साथ गठबंधन करना चाहता था.
I have tendered my
— DB Chauhan (@debe_chauhan) December 13, 2022
resignation from the post of @BJP4Sikkim State President.
My sincere gratitude towards party high command, co-workers, friends and well wishers for their guidance, advice and cooperation throughout the tenure. 🙏🙏@JPNadda @blsanthosh @DilipJaiswalBJP pic.twitter.com/JcgWKfiLXd
मोहभंग के बाद दे रहा हूं इस्तीफा
डीबी चौहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी की राज्य इकाई के कामकाज को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों का हल करने के प्रति केंद्रीय नेतृत्व के उदासीन रवैया के कारण पूरी तरह से मोहभंग होने के बाद मैं बीजेपी की सिक्किम इकाई के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं.
डीबी चौहान ने कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से (पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी) नड्डा जी से मिल कर बीजेपी के 12 विधायकों को सिक्किम सरकार में शामिल किये जाने का मुद्दा उठाया था, लेकिन जाहिर तौर पर उन्होंने इस मुद्दे को सिक्किम के सीएम के सामने नहीं उठाया.
अमित शाह की उपेक्षा से नाराज हुए प्रदेश इकाई के नेता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो महीने पहले अपनी सिक्किम यात्रा के दौरान पार्टी की प्रदेश इकाई के नेताओं से मिलने के लिए पांच मिनट का समय तक नहीं दिया था. उन्होंने बताया कि इससे पता चलता है कि केंद्रीय नेतृत्व का पार्टी की राज्य इकाई के प्रति क्या रवैया है.
चौहान ने कहा कि राज्य में बीजेपी के 12 विधायक होने के बावजूद पार्टी का नेतृत्व किसी को विधायक दल का नेता नियुक्त करने में विफल रहा है. चौहान ने करीब छह साल तक प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है.
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Source: IOCL





















