580 करोड़ से घटकर 15 करोड़ रह गया चंदा... बदला बीजेपी और कांग्रेस का डोनेशन ट्रेंड, जानें किसको कितना मिला
बीजेपी को 6,654 करोड़ रुपये का चंदा 2024-25 में मिला है, जो पहले 3,967 था. वहीं, कांग्रेस को सिर्फ 522.11 करोड़ मिला, जो पहले 1,129 करोड़ रुपये था.

देश के सभी राजनीतिक दलों ने एक साल में मिले डोनेशन का ब्योरा साझा किया है, जिसमें सबसे बड़ी पॉलिटिकल पार्टियों भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के डोनेशन ट्रेंड में बड़ा बदलाव देखा गया. जहां बीजेपी को पिछले साल के मुकाबले 68 प्रतिशत ज्यादा चंदा मिला है, तो वहीं कांग्रेस के चंदे में 43 प्रतिशत की गिरावट आई है. यह डेटा 2024 से 2025 का है. इस दौरान लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हुआ था.
तृणमूल कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति, तेलुगु देशम पार्टी और बीजू जनता दल जैसी पार्टियों के चंदे में भी बड़ी गिरावट देखी गई है. इस एक साल में इन पार्टियों का चंदा कम होकर एक तिहाई से भी रह गया है. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल, 2024 से 30 मार्च, 2025 के बीच बीजेपी को 6,654 करोड़ रुपये चंदा मिला है. पिछले साल के मुकाबले यह आंकड़ा 68 प्रतिशत ज्यादा है. इसमें से 40 प्रतिशत चंदा इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए आया. प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 2,180 करोड़, प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट से 757 करोड़ और न्यू डेमोक्रेटिक इलेक्टोरल ट्रस्ट से 150 करोड़ रुपये डोनेशन बीजेपी को दिया गया. 3,112.5 करोड़ रुपये का चंदा अन्य इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए दिया गया.
चुनाव आयोग के अनुसार बाकी का चंदा कुछ कंपनियों और लोगों से प्राप्त हुआ है. कॉर्पोरेट डोनर्स में सबसे बड़ा चंदा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने दिया है, कंपनी ने 100 करोड़ रुपये का चंदा दिया. 95 करोड़ रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड, 67 करोड़ वेदांता और मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोधा डेवलपर्स) ने 65 करोड़ का चंदा दिया. बजाज ग्रुप्स की तीन अलग-अलग कंपनियों ने मिलकर 65 करोड़, जबकि डिराइव इन्वेस्टमेंट ने 50 करोड़ का चंदा दिया है,
बीजेपी को मालाबार गोल्ड से 10 करोड़, कल्याण ज्वैलर्स से 15.1 करोड़, द हीरो ग्रुप से 23.65 करोड़, दिलीप बिल्डकॉन ग्रुप से 29 करोड़, आईटीसी लिमिटेड से 35 करोड़, वेव इंडस्ट्रीज से 5.25 करोड और जेरोधा इन्वेस्टमेंट कंपनी से 1.5 करोड़ का चंदा मिला है.
नेताओं ने भी बीजेपी को दिया चंदा
कुछ बीजेपी लीडर्स ने भी पार्टी के लिए डोनेट किया, जिनमें असम सीएम हिंमत बिस्व सरमा का तीन लाख, असम सरकार में मंत्री पिजुश हजारिका का 2.75 लाख, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का एक लाख, ओडिशा के सीएम मोहन चरण मांझी का पांच लाख, इंदौर के मेयर पुष्यमित्रा भार्गव का एक लाख और बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय का एक लाख रुपये का चंदा शामिल है. इस एक साल में मिला चंदा पिछले सालों में सबसे ज्यादा है.
कांग्रेस के चंदे में 43 प्रतिशत की गिरावट
कांग्रेस की बात करें तो 2024 से 2025 के बीच पार्टी को 522.13 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जबकि उससे पहले साल में 1,129 करोड़ रुपये की डोनेशन मिली थी. तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 184.08 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जो पहले 618.0 करोड़ रुपये था.
इन दलों के चंदे में आई भारी गिरावट
केसीआर की भारत राष्ट्र समिति पार्टी को सिर्फ 15.09 करोड़ चंदा मिला, जबकि पहले उसे 580 करोड़ मिले थे. आम आदमी पार्टी के चंदे में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है. 2024-25 में उसको 39.2 करोड़ मिले, जबकि पहले पार्टी को सिर्फ 22.1 करोड़ चंदा मिला था. तेलुगु देशम पार्टी का चंदा 274 करोड़ से घटकर 85.2 करोड़ पर आ गया, जबकि बीजू जनता दल का चंदा 246 करोड़ रुपये से कम होकर सिर्फ 60 करोड़ रुपये रह गया.
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