24 घंटे खुली रहेंगी दुकानें, शराब को लेकर भी बड़ा फैसला; जानें किस राज्य में हुआ ये
असम के तीन जिलों गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और सिलचर में अब 24 घंटे दुकानें खुली रहेंगी. CM हिमंता ने बताया कि अन्य शहरों में भी कुछ ढील दी गई है. इसके अलावा शराब की दुकानों को लेकर भी फैसला लिया गया है.

Shops open 24 hours in Assam: असम में दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को लेकर हिमंता सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. राज्य के कुछ जिलों में अब 24 घंटे दुकानें खुली रहेंगी. असम कैबिनेट की बैठक में ये अहम फैसला लिया गया. सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि अब गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और सिलचर में सभी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खुला रखने की अनुमति दी गई है.
सीएम हिमंता ने X पर पोस्ट कर बताया कि अब गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और सिलचर में श्रमिकों के अधिकारियों और सुविधाओं से समझौता किए बिना 24 घंटे दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रहेंगे. यह फैसला शराब की दुकानों और बार पर लागू नहीं होगा.
Now shops can operate 24*7 in Guwahati, Dibrugarh and Silchar and with extended timings in other areas without compromising on worker rights and conveniences!
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 20, 2025
P.S- This decision is not applicable for liquor shops and bars.
Details 👇🏼 pic.twitter.com/dF6UND0zJN
सीएम हिमंता ने बताया कि गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और सिलचर को छोड़कर बाकी शहरों में दुकानों को देर रात 2 बजे तक खोलने की अनुमति होगी, जबकि ग्रामीण इलाकों में यह समयसीमा रात 11 बजे तक होगी. सीएम ने स्पष्ट किया कि इस दौरान श्रमिकों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा. वह सप्ताह में 48 घंटे या फिर रोजाना अधिकतम नौ घंटे ही काम करेंगे.
कितना ओवरटाइम कर सकेंगे मजदूर?
असम सीएम ने कहा कि अगर कोई 24 घंटे काम करना चाहता है कि तो उसे तीन शिफ्ट में काम करना होगा यानी ये ओवरटाइम में काम करेंगे. ये ओवरटाइम तीन महीने में 125 घंटे से ज्यादा का नहीं होना चाहिए. इस दौरान श्रमिकों को सभी सेफ्टी का सामान मुहैया कराना होगा.
इस फैसले से असम के विकास को मिलेगी रफ्तार: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवसायी श्रमिकों से लगातार 5 घंटे से ज्यादा काम नहीं करा सकेंगे. उन्हें बीच में ब्रेक भी देना होगा. उन्होंने कहा कि दुकानों को 24 घंटे खोलने की अनुमति देने से छोटे व्यवसायों को मदद मिलेगी और शिफ्ट की संख्या बढ़ेगी तो उससे नौकरियों के अवसर पैदा होंगे. इससे असम के विकास को भी रफ्तार मिलेगी.
Source: IOCL























