Pinaka Rockets: भारत क्यों मंगा रहा 10 हजार 200 करोड़ रुपए का गोला-बारूद? ये डील उड़ाएगी दुश्मनों के होश
Pinaka Rockets: DRDO ने स्वदेशी तकनीक से पिनाका रॉकेट सिस्टम को बनाया है. भारत के साथ-साथ विदेशों में भी इस रॉकेट प्रणाली को सराहा जा रहा है.

Pinaka Rockets Deal: भारतीय सेना को स्वदेशी पिनाका मल्टी-लॉन्च आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम खूब पसंद आ रहा है. सेना इस सिस्टम से पूरी तरह लेस होने पर जोर दे रही है. इसी क्रम में जल्द ही एक बड़ी डील होने वाली है. दरअसल, आर्मी को पिनाका रॉकेट सिस्टम के लिए बड़ी मात्रा में गोला-बारूद की जरूरत है और इसलिए इसी वित्तीय वर्ष में वह 10,200 करोड़ रुपये के ऑर्डर करने वाली है.
आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बताया है कि पिनाका की दो अलग-अलग वैरायटी के हिसाब से दो अनुबंध किए जाने हैं. एक अनुबंध 5,700 करोड़ रुपये और दूसरा 4,500 करोड़ रुपये का है, जो इस साल 31 मार्च को चालू वित्त वर्ष समाप्त होने से पहले हस्ताक्षरित किए जाएंगे.
भारतीय सेना में फिलहाल 10 पिनाका रेजिमेंट बनाई गई है. इनमें 4 रेजिमेंट की तैनाती भी हो चुकी है, जिनमें से कुछ लॉन्चर चीन के साथ उत्तरी सीमाओं के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात हैं. बाकी 6 रेजिमेंट भी तैनाती की प्रक्रिया में हैं. पिनाका दुनिया की सबसे बेहतरीन रॉकेट प्रणालियों में से एक है. यह उच्च ऊंचाई पर मार करने में सक्षम है.
आर्मेनिया से मिल चुका है ऑर्डर
पिछले साल नवंबर में ही इस प्रणाली का सफल परीक्षण हुआ है. परीक्षण के ठीक बाद ही इस प्रणाली को विदेश से भी ऑर्डर मिल चुका है. आर्मेनिया ने भारत से पिनाका राकेट्स खरीदने का अनुबंध किया है. DRDO ने पिनाका सिस्टम के लिए कई तरह के हथियार विकसित किए हैं. इनमें 45 किलोमीटर विस्तारित रेंज और 75 किलोमीटर निर्देशित विस्तारित रेंज वाले रॉकेट शामिल हैं. इस रेंज को 120 किलोमीटर और फिर 300 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है.
जनरल द्विवेदी का कहना है कि जैसे ही हमें पिनाका रॉकेट्स में लंबी रेंज मिलने लगेगी तो हम अन्य वैकल्पिक लंबी दूरी के हथियारों को छोड़कर इसी सिस्टम पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.
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