'जूतों के डॉक्टर' को ढूंढ निकालने में कामयाब हुए आनंद महिंद्रा, कुछ यूं करेंगे मदद
उन्होंने जिस तस्वीर को सोशल साइट पर शेयर किया था, उस तस्वीर में एक बूढ़ा शख्स जूतों के मरम्मत करने की दुकान को अस्पताल की तरह लगाए हुए बैठा है.

नई दिल्लीः महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा की टीम हरियाणा में डॉ नरसीराम नामक शख्स को ढूंढ़ निकालने में कामयाब रही, जिसकी तस्वीर को उन्होंने पिछले दिनों ट्वीट किया था. एक तस्वीर कई दिन से वायरल हो रही थी जिसे आनंद महिंद्रा ने भी सोशल मीडिया साइट पर शेयर किया था, उस तस्वीर में एक बूढ़ा शख्स जूतों के मरम्मत करने की दुकान को अस्पताल की तरह लगाए हुए बैठा है. अब आनंद महिंद्रा इस शख्स की मदद एक अनूठे तरीके से करने वाले हैं.
This man should be teaching marketing at the Indian Institute of Management... pic.twitter.com/N70F0ZAnLP
— anand mahindra (@anandmahindra) April 17, 2018
17 अप्रैल को महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ऊपर नजर आ रही इस तस्वीर को ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, "इस इंसान को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में मार्केटिंग के कोर्स को पढ़ाना चाहिए." 62 साल के दिग्गज बिजनेस आइकन को इस 'जूतों के डॉक्टर' की अनूठी मार्केटिंग स्ट्रैटजी ने काफी लुभाया. दुकान के पीछे पीले रंग के इश्तिहार में अस्पताल की टाइम टेबल की तरह रूटीन बनी हुई नजर आ रही है. इश्तिहार में खुद को डॉ नरसीराम बताने वाले इस शख्स ने अपनी दुकान को 'घायल' जूतों के लिए 'अस्पताल' के रूप में प्रोजेक्ट किया है.
Recall my tweet about Narseeji,the cobbler?Our team in Harayana met him&asked how we could help.A simple&humble man.Instead of asking for money,he said he needed a good workspace. I asked our Design Studio team from Mumbai to design a kiosk that was functional&yet aesthetic.(1/2) pic.twitter.com/Oefr69yAy1
— anand mahindra (@anandmahindra) April 28, 2018
इनकी इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए आनंद महिंद्रा ने नरसीराम की मदद करने की मंशा जाहिर की थी. दो हफ्ते से भी कम समय में उनकी टीम हरियाणा में उस शख्स को ढूंढ़ निकालने में कामयाब रही. जैसा कि महिंद्रा ने अपने ट्वीट में जाहिर किया था कि उनकी टीम इस शख्स की बेहतर तरीके से मदद करने की मंशा भी रखती है.
They flew down to meet him&produced these ideas. We would be delighted to get your inputs on the analysis & approaches & which you prefer. We want to design something that enhances the pavement aesthetic & hopefully create a template for roadside vendors..(2/2) pic.twitter.com/bNRB9bkJOi
— anand mahindra (@anandmahindra) April 28, 2018
नरसीराम ने आनंद महिंद्रा की टीम से रुपये मांगने के बाजाए काम करने की बेहतर जगह की जरूरत के बारे में अपनी मंशा जाहिर की. आनंद महिंद्रा ने मुंबई स्थित अपने डिजाइन स्टूडियो की टीम को नरसीराम के लिए एक चलती-फिरती दुकान तैयार करने को कहा है. उन्होंने सड़क पर सामान बेचने वाले लोगों के लिए चलती-फिरती दुकानों के आइडिया को सामने रखा है जिससे उनका काम और बेहतर तरीके और सुंदरता से हो सकेगा.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























