विपक्षी गठबंधन में बदरुद्दीन नजरअंदाज हुए तो AIUDF चीफ बोले- हम पहले भी UPA का हिस्सा थे, आगे भी...
आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी नीत एनडीए का सामना करने के लिए समान-विचारधारा की राजनीतिक पार्टियों ने अपना एक गठबंधन बनाया है. एआईयूडीएफ आने वाले दिनों में इस गुट में दिखाई पड़ सकता है.

Opposition Unity: बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने शुक्रवार (21 जुलाई) को नवगठित विपक्षी दलों के गठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) को समर्थन देने का ऐलान किया है.
एआईयूडीएफ के विधायक और पार्टी महासचिव अमीनुल इस्लाम ने बताया कि उनकी पार्टी बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ है और वह विपक्षी पार्टी के नए गठबंधन इंडिया का समर्थन करेगी.
'हम पहले भी यूपीए के साथ थे'
अमीनुल इस्लाम ने कहा, अब यूपीए का नया नाम इंडिया है इसलिए हमारी पार्टी अब इंडिया का समर्थन करेगी. उन्होंने कहा कि हमने कभी बीजेपी नीत एनडीए का समर्थन नहीं किया, हम पहले भी यूपीए के साथ थे, अब यूपीए ही इंडिया है तो हम इंडिया का समर्थन करेंगे.
18 जुलाई 2023 को कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित दूसरी संयुक्त विपक्षी बैठक के दौरान 26 दलीय विपक्षी गठबंधन को भारत राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन या I.N.D.I.A नाम दिया गया था. ऐसा माना जा रहा है कि अगला लोकसभा चुनाव इसी गठबंधन के बैनर तले लड़ा जाएगा.
कब होगी विपक्षी एकता को लेकर अगली बैठक?
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो विपक्षी एकता को लेकर होने वाली अगली बैठक आगामी 15 अगस्त के बाद मुंबई में हो सकती है. मुंबई की बैठक में 11 सदस्यीय समन्वय समिति को अंतिम रूप दिये जाने की संभावना है. इससे पहले विपक्षी दलों की बैठक पटना और बेंगलुरु में हुई थी.
गठबंधन के नेता चार-पांच अन्य समितियां गठित करने की भी योजना बना रहे हैं. यह प्रस्तावित बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण होगी क्योंकि इसमें ‘इंडिया’ में शामिल 26 दलों के बीच सीट-बंटवारे, चुनाव की तैयारियों और प्रचार प्रबंधन को लेकर चर्चा होने की संभावना है.
सूत्रों ने बताया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान शुरू होने से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में कई बैठकें आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है. हालांकि गठबंधन के सामने समस्याएं भी कम नहीं हैं. केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल में सीट-बंटवारे को लेकर गठबंधन में टकराव होने की आशंका है.
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