ABP Survey: क्या जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनना चाहिए? लोगों के जवाब ने चौंकाया
ABP Survey: आज का ये त्वरित सर्वे बुधवार से लेकर शुक्रवार तक किया गया है. इस बार लोगों से पूछा गया कि क्या जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनना चाहिए?

ABP Survey: देश में जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) के लिए कानून बनाने की वकालत कुछ नेता करते रहते हैं. इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बुधवार (अक्टूबर) को कहा कि भारत को सभी सामाजिक समूहों पर समान रूप से व्यापक जनसंख्या नियंत्रण नीति तैयार करनी चाहिए. जिसके बाद से देश का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. ऐसे सियासी माहौल में ABP न्यूज़ हर हफ्ते देश का मूड दिखा रहा है. आज का ये त्वरित सर्वे बुधवार से लेकर शुक्रवार तक किया गया है. इस बार लोगों से पूछा गया कि क्या जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनना चाहिए?. इस पर -77 प्रतिशत लोगोंने हां में जवाब दिया है. वहीं, -23 प्रतिशत लोगों ने नहीं में जबाव दिया हैं.
क्या जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनना चाहिए ?
हां-77%
नहीं-23%
इस मुद्दे पर सी वोटर के सर्वे में 5 हजार 291 लोगों से बात की गई है. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से हुई बातचीत पर आधारित हैं. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय में विजय दशमी उत्सव पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरसंघचालक ने कहा, "संघ पूरी दृढ़ता के साथ आपसी भाईचारे, भद्रता और शांति के पक्ष में खड़ा है और अल्पसंख्यकों के लिए कोई खतरा नहीं है."
"जनसंख्या असंतुलन एक महत्वपूर्ण विषय"
मोहन भागवत ने कहा था कि समुदाय आधारित जनसंख्या असंतुलन एक महत्वपूर्ण विषय है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनसंख्या असंतुलन से भौगोलिक सीमाओं में परिवर्तन होता है. भागवत ने कहा, "पचहत्तर साल पहले, हमने अपने देश में इसका अनुभव किया. 21 वीं सदी में, तीन नए देश जो अस्तित्व में आए हैं - पूर्वी तिमोर, दक्षिण सूडान और कोसोवो - वे इंडोनेशिया, सूडान और सर्बिया के कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या असंतुलन के परिणाम हैं."
"हमें देखना चाहिए कि चीन में क्या हो रहा है"
चीन (China) की एक परिवार, एक संतान नीति का जिक्र करते हुए भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा, ‘जहां हम जनसंख्या पर नियंत्रण (Population Control) का प्रयास कर रहे हैं, वहीं हमें देखना चाहिए कि चीन में क्या हो रहा है. उस देश ने एक परिवार, एक संतान नीति को अपनाया और अब वह बूढ़ा हो रहा है.’ उन्होंने भारत (India) के संदर्भ में कहा कि आज 57 करोड़ की युवा आबादी के साथ यह सबसे युवा देश है और अगले 30 सालों तक हम युवा राष्ट्र बने रहेंगे, लेकिन 50 सालों के बाद क्या होगा? क्या आबादी का पेट भरने के लिए हमारे पास पर्याप्त भोजन होगा?’
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Source: IOCL






















