ठोस प्रसाद को बाद के लिए सुरक्षित स्टोर किया जा सकता है. मिठाई को उसकी ताजगी की अवधि के अनुसार खाएं, और फलों को कुछ दिनों के भीतर खा लें या फ्रूट सलाद में इस्तेमाल करें.
Prasad: बचे हुए प्रसाद का क्या करें? बर्बाद होने से बचाने के लिए जानें आसान और सम्मानजनक उपाय!
Leftover Prasad: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में प्रसाद जरूर बनाया जाता है, जिसे भक्ति भाव और श्रद्धा अनुसार तैयार किया जाता है. बचे हुए प्रसाद को संभालने के आसान और सम्मानजनक उपाय हैं.

What to do leftover Prasad: हिंदू धर्म में प्रसाद केवल भोजन नहीं, बल्कि आशीर्वाद, भावना और भक्ति का प्रतीक है. किसी भी धार्मिक अनुष्ठान से पहले प्रसाद को श्रद्धापूर्वक तैयार किया जाता है और पूजा समाप्त होने के बाद लोगों में वितरित किया जाता है.
कभी-कभी प्रसाद बच जाता है , तो कभी-कभी खराब हो जाता है. कभी सोचा है कि, बचे हुए प्रसाद का क्या करना चाहिए?
बचे हुए प्रसाद को बिना किसी गलती या उलझन के संभालने के कुछ आसान और सम्मानजनक उपाय हैं. इस लेख की मदद से जानिए कि आप बचे हुए प्रसाद का क्या कर सकते हैं.

ठोस प्रसाद का क्या करना चाहिए?
प्रसाद में अगर लड्डू, मिठाई, फल या मेवे जैसी सूखी चीजें हैं, तो आप उन्हें बाद के लिए सुरक्षित स्टोर कर सकते हैं. अगर प्रसाद में मिठाई है तो इस बात को सुनिश्चित कर लें कि, वह कितने दिनों तक खराब नहीं होने वाल है.
कुछ मिठाई कई दिनों तक फ्रेश रह सकती है, जबकि कई ऐसी मिठाई भी होती है, जो एक से दो दिन बाद खराब हो जाती है. यदि प्रसाद में फल है तो उसे कुछ दिन के अंदर ही खा लें या फिर फ्रूट सलाद के तौर पर इस्तेमाल करें.

अनाज से जुड़े बचे हुए प्रसाद का क्या करें?
अगर आपने प्रसाद में खीर, हलवा, चावल, पूड़ी या सब्जी जैसा प्रसाद बनाया है तो कोशिश करें कि, उसे 24 घंटे के अंदर ही खा लें. ऐसा इसलिए क्योंकि पका हुआ खाना बड़ी जल्दी खराब होता है. अगर आप इसे स्टोर करना चाहते हैं तो फ्रिज में रख सकते हैं.
फ्रिज में रखने से पहले प्रसाद को टाइट कंटेनर में बंद करके रखें. ऐसा करने के से यह 24 से 30 घंटे तक खराब नहीं होगा. परोसने से पहले इसे अच्छे से गर्म कर लें. कई भारतीय परिवारों में बचें हुए प्रसाद को रात के खाने या अगली सुबह नाश्ते के तौर पर खाया जाता है.

फूल, पत्तियां या माला के प्रसाद का क्या करें?
यदि प्रसाद में फूल, पत्तियां या मालाएं शामिल हैं, तो आप उन्हें एक से दो दिनों तक मंदिर में रख सकते हैं. इसके बाद वे मुरझाने लगेंगे. उसके बाद, आप उन्हें किसी के पेड़ के नीचे जाकर ऐसी जगह रख दें, जहां प्रसाद पर किसी का पैर न लगें या फिर आप इस मिट्टी में खाद के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
ऐसा करने से फूल प्राकृतिक रूप से घूल जाएंगे और बर्बाद होने से बच जाएंगे. कई लोग पूजा में इस्तेमाल हुए फूलों के लिए घर में अलग गमला रखते हैं. यह उपाय पवित्र होने के साथ पर्यावरण के अनुकूल भी है.

चरणामृत और जलयुक्त प्रसाद का क्या करें?
चरणामृत या गंगाजल जैसे जलयुक्त प्रसाद पौधों के आसपास छिड़कना सही माना जाता है. कई लोग इसे अपने घर के मुख्य द्वार पर भी डालते हैं. कोशिश करें कि ये गंदे पानी या सिंक होल में न जाए.
बचा हुआ प्रसाद दैनिक पूजा का हिस्सा है. इसकी देखभाल करना बेहद जरूरी है. प्रसाद को साफ सुथरा और श्रद्धा-सम्मान के साथ ग्रहण करना चाहिए.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
Frequently Asked Questions
ठोस प्रसाद, जैसे लड्डू, मिठाई, फल या मेवे का क्या करना चाहिए?
खीर, हलवा, चावल, पूड़ी या सब्जी जैसे पके हुए प्रसाद को कितने समय में खा लेना चाहिए?
पके हुए प्रसाद को 24 घंटे के अंदर खाने की कोशिश करें. इसे फ्रिज में टाइट कंटेनर में 24-30 घंटे तक स्टोर किया जा सकता है, और परोसने से पहले अच्छे से गर्म कर लें.
पूजा में इस्तेमाल हुए फूल, पत्तियां या माला के प्रसाद का क्या करें?
फूलों को एक-दो दिन मंदिर में रखने के बाद, उन्हें किसी पेड़ के नीचे या खाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे वे प्राकृतिक रूप से विघटित हो जाएंगे.
चरणामृत या गंगाजल जैसे जलयुक्त प्रसाद का क्या करना उचित है?
जलयुक्त प्रसाद को पौधों के आसपास छिड़कना या घर के मुख्य द्वार पर डालना सही माना जाता है. इसे गंदे पानी या सिंक में डालने से बचें.
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