Valentine Day 2023: प्रेम क्या है? पार्वती ने जब महादेव से पूछ लिया ये प्रश्न तो मिला ये उत्तर...
Valentine Day 2023: 14 फरवरी को हर साल वैलेंटाइन डे मनाया जाता है. वैलेंटाइन डे के मौके पर जानते हैं शिव-पार्वती जी का वह किस्सा जो हर कपल के लिए सबक है.आज के समय में सुखी वैवाहिक जीवन की सीख देता है.
Valentine Day 2023: प्यार का पर्व वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी से शुरू हो जाता है और 14 फरवरी को हर साल वैलेंटाइन डे मनाया जाता है. वैसे प्यार की कई परिभाषा है ये न सिर्फ प्रेमी जोड़े बल्कि हर रिश्ते में बहुत मायने रखता है लेकिन एक बार माता पार्वती ने महादेव से असली प्रेम का अर्थ पूछा.
इस सवाल के जवाब में भोलेनाथ ने देवी पार्वती को प्रेम का वह पाठ पढ़ाया जो आज के समय में सुखी वैवाहिक जीवन की सीख देता है. लव लाइफ में कोई परेशानी नहीं आती. आइए वैलेंटाइन डे के मौके पर जानते हैं शिव-पार्वती जी का वह किस्सा जो हर कपल के लिए सबक है.
महादेव ने पार्वती जी को बताया प्यार का मतलब
शिव-पार्वती का वैवाहिक जीवन सच्चे प्रेम का प्रतीक जाता है. उनके रिश्ते में प्यार, सम्मान और समर्पण का भाव देखने को मिलता है जो सुखी दांपत्य जीवन के लिए बेहद जरुरी माना गया है. एक बार प्रेम के संदर्भ में माता पार्वती एक दिन अपने पति और गुरु महादेव से पूछा- प्रेम क्या है? प्रेम का रहस्य क्या है,? महादेव इसका भविष्य क्या है. भोलेनाथ ने मुस्कुराते हुए माता से कहा कि पार्वती आपके सवाल में ही जवाब छिपा है.
शिव ने बताई पार्वती से प्रेम की परिभाषा
भोलेनाथ ने कहा कि पार्वती आपने ही प्रेम के अनेक रूपों को उजागर किया है. ''सती के रूप में जब पार्वती आपने मेरे सम्मान के खातिर अपने प्राण त्याग दिए थे तो मेरा संसार, जीवन, दायित्व सब निराधार हो गया था. तुम्हारे बिना मेरा अधूरापन की अति से इस संसार का अधूरा हो जाना ही असली प्रेम है. महादेव ने कहा कि अपने अगले जन्म में पार्वती के रूप में मुझे मेरे वैराग्य से बाहर निकलने पर विवश करना ही प्रेम है.''
सफल प्यार के तीन सूत्र
प्रेम पर शिव जी का ये पाठ लोगों के लिए सीख है कि पति-पत्नी के संबंधों में प्रेम, समर्पण और सम्मान सुखी वैवाहिक जीवन का आधार हैं. पुराणों में भी इस बात का वर्णन है कि माता पार्वती ने शिव के सम्मान के लिए सबकुछ न्यौछावर, यहां तक की अपने प्राण भी त्याग दिए थे. शादीशुदा जीवन हो या फिर प्रेम संबंध जीवनसाथी का एक दूसरे के प्रति सम्मान उनके रिश्तों को मजबूत करता है.
एक-दूसरे को जानना है बेहद जरुरी
भगवान शिव और माता पार्वती जन्म जन्मांतर के साथी थे. वह निरंतर सदा एक-दूसरे को जानने और समझने का निरंतर प्रयास करते थे. प्रेमी जोड़ों के लिए यह बहुत जरुरी है कि क्योंकि इससे रिश्तों में दूरी खत्म होती है. हर कपल में झगड़ा, विवाद होना आम बात है लेकिन इसे बढ़ावा न देकर सुलझाने का प्रयास करें. कहते हैं कि एक छोटी सी तारीफ रिश्तों की कड़वाहट को खत्म करने का काम करती है. इससे कपल्स के बीच कनेक्शन बढ़ता है.
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