Chanakya Niti: आचार्य इन बातों को मानते थे दुनिया की सबसे मूल्यवान वस्तु
चाणक्य नीतियां सदियों पुरानी होने के बावजूद भी आधुनिक जीवनशैली पर लागू की जा सकती है. व्यक्ति अगर अपनी जिंदगी में चाणक्य नीति (Chanakya Niti) का पालन करे तो वह किसी भी परेशानी से आसानी से बच सकता है.

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियां हमारे जीवन को सरल और आसान बनाती हैं. चाणक्य नीति वर्तमान समय में भी बेहद कारगर हैं. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति से चंद्रगुप्त को राजा बनाया और मौर्य साम्राज्य की स्थापना की. आज हम आपको बताने जा रहे हैं, आचार्य चाणक्य के अनुसार दुनिया में सबसे मूल्यवान चीजें क्या हैं. जिसके बारे में आपको जानना बेहद जरूरी है. तो चलिए जानते हैं.
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में भोजन और पानी के दान को महादान कहा है. उनके मुताबिक भूखे-प्यासे व्यक्ति को भोजन और पानी पिलाना चाहिए.
आचार्य चाणक्य ने हिंदू कैलेंडर की एकादशी को सबसे पवित्र तिथि माना है. आचार्य के मुताबिक इस समय पूजा और उपवास करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, गायत्री मंत्र से अधिक शक्तिशाली और प्रभावी मंत्र कोई नहीं है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार इस धरती पर मां से बड़ा कुछ नहीं है. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि माता से बड़ा कोई देवता नहीं है, न कोई तीर्थ है और न ही कोई गुरु. जो व्यक्ति अपने माता-पिता की सेवा करता है उसे किसी और की भक्ति करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
चाणक्य के अनुसार कुछ व्यक्ति मूर्ति के अंदर भगवान को देखते हैं. जबकि व्यापक दृष्टि वाले लोग जानते हैं कि भगवान इस दुनिया में चारों ओर हैं.
चाणक्य नीति के मुताबिक 1000 मूर्ख संतान से एक गुणकारी संतान होना अच्छा है. चाणक्य नीति के अनुसार दोस्ती हमेशा अपने बराबर के लोगों के साथ रखनी चाहिए.ये भी पढ़ें:
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