एक्सप्लोरर
Advertisement
Kitchen Hacks: गर्मी में बनाएं कोकोनट मिल्क शेक, बच्चों को भी आएगा पसंद
Coconut Shake Recipe: गर्मी में शरीर को ठंडक देने के लिए आप कोकोनट मिल्क शेक बनाकर पी सकते हैं. इससे पेट कूल रहेगा और पाचन से जुड़ी समस्याएं भी दूर होंगी. जानिए कैसे बनाते हैं कोकोनट मिल्क शेक.
Coconut Milk Shake: गर्मी में अलग-अलग तरह के शेक पीने में अच्छे लगते हैं. आप नाश्ते में कभी मैंगो शेक, कभी बनाना शेक, स्ट्रॉबेरी शेक और कभी कोकोनट मिल्क शेक बना सकते हैं. आपने कच्चा नारियल या नारियल की चटनी तो खाई होगी, लेकिन कोकोनट मिल्क शेक शायद ही पिया होगा. आज हम आपको कोकोनट मिल्क शेक बनाना बता रहे हैं. ये पीने में बहुत टेस्टी लगता है. बच्चों को भी ये शेक खूब पसंद आएगा. कोकोनट मिल्क शेक एक हेल्दी ड्रिंक है. घर आए मेहमानों को भी आप इसे सर्व कर सकते हैं. जानते हैं कैसे बनाएं कोकोनट मिल्क शेक.
कोकोनट मिल्क शेक बनाने के लिए सामग्री
- आधा कटोरी नारियल
- आधा गिलास नारियल पानी
- एक चौथाई गिलास दूध
- 2 स्पून चीनी
- थोड़े आइस क्यूब
कोकोनट मिल्क शेक की रेसिपी
- कोकोनट मिल्क शेक बनाने के लिए आप सबसे पहले किसी ब्लैंडर के जार में नारियल, दूध, चीनी और नारियल पानी डालें
- अब इन सारी चीजों को ब्लैंडर में अच्छी तरह से मिक्स कर लें.
- आपको इसे तब तक चलाना है जब तक कि इसका अच्छा और स्मूद पेस्ट न बनकर तैयार हो जाए.
- अब आपको कोकोनट मिल्क शेक में आइस क्यूब्स डालने हैं.
- किसी कांच के गिलास में डालें और ठंडा-ठंडा कोकोनट मिल्क शेक सर्व करें.
- बच्चों को नाश्ते में या शाम को ये शेक दे सकते हैं. ये काफी हेल्दी और टेस्टी लगता है.
- आप घर आने वाले मेहमानों को भी ये शेक सर्व कर सकते हैं.
- गर्मियों में कोकोनट मिल्क शेक पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे पेट की समस्याएं कम होती हैं.
ये भी पढ़ें:
Kitchen Tips: घर पर बनाएं रेस्टोरेंट स्टाइल चिकन चंगेजी, जानें इसकी बेहद आसान रेसिपी
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
और देखें
Advertisement
ट्रेडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
इंडिया
इंडिया
ब्यूटी
Advertisement
for smartphones
and tablets
and tablets
अवधेश कुमारJournalist
Opinion