H3N2 Virus: कोरोना महामारी का खतरा एक बार फिर तेजी से मंडरा रहा है. इसके बचाव के साथ ही स्वास्थ्य विशेषज्ञ अन्य वायरस जैसे H3N2 से भी चिंतित है. कहा जा रहा है कि भारत में यह वायरस तेजी से फैलता जा रहा है और पिछले कुछ दिनों में इसके कई पॉजिटिव मरीज भी मिले हैं. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि H3N2 वायरस होता क्या है और यह शरीर के किन अंगों पर प्रभाव डालता है.
क्या होता है H3N2 वायरस
H3N2 वायरस या इन्फ्लूएंजा वायरस जो आम तौर पर सूअरों में फैलते हैं. जब वे लोगों में पाए जाते हैं, तो उन्हें "वैरिएंट" वायरस कहा जाता है. इस वायरस की पहली बार 2010 में अमेरिकी सूअरों में पहचान की गई थी. 2011 के दौरान, H3N2v के साथ 12 लोगों में इस संक्रमण का पता चला. इसके बाद 2012 के दौरान, H3N2v के 309 मामले सामने आए.
सुअरों से इंसान में कैसे फैलता है वायरस
जैसा कि हमने बताया कि यह वायरस आमतौर पर सुअरों में पाया जाता है. लेकिन सुअरों से इंसानों में कैसे फैलता है इस बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मुख्य रूप से संक्रमित सूअर के खांसने-छींकने या उसके मुंह से निकली संक्रमित बूंदों के संपर्क में आने से हो सकता है. इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि जब इनफ्लुएंजा वायरस युक्त कण सांस के साथ के अंदर चले जाते हैं तो इस वायरस के होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है.
इन अंगों को करता है प्रभावित
H3N2 वायरस एक संक्रामक श्वसन वायरस है, जो नाक, गले, मुंह और फेफड़ों को भी प्रभावित करता है. इस के सामान्य लक्षण खांसी, नाक बहना, गले में खराश, सिर दर्द होना, बुखार सर्दी लगना डायरिया उल्टी-दस्त की शिकायत हो सकती है.
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