Fatty Liver: फैटी लिवर से हो सकता है कैंसर? जानें क्या है इस समस्या का असली इलाज
फैटी लिवर के कारण पेट और दूसरे कैंसर का भी खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. फैटी लिवर आज के समय में एक आम समस्या हो गई है. और इससे लिवर कैंसर का खतरा हो सकता है.
फैटी लिवर के कारण पेट और दूसरे कैंसर का भी खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. फैटी लिवर आज के समय में एक आम समस्या हो गई है. और इससे लिवर कैंसर का खतरा हो सकता है. NAFLD के मुताबिक शराब ज्यादा पीने से लिवर में सूजन और निशान पैदा होने लगते हैं. जिसके कारण लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. आजकल नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH) हो जाता है. जिसके कारण फैटी लिवर और फिर लिवर कैंसर का खतरा हो सकता है. इसके कारण लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर का खतरा बढ़ता है.
आपका लिवर बीमार हो रहा है इसके शुरुआती लक्षण
हालांकि एफएलडी आमतौर पर एक स्टेबल स्थिति है, लेकिन यह एक स्पष्ट संकेत है कि आपका लिवर बीमार हो रहा है. समय के साथ, लिवर की सूजन सिरोसिस या लिवर की विफलता का कारण बन सकती है. स्टेटोहेपेटाइटिस और सिरोसिस हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा के लिए जोखिम कारक हैं, जो लीवर कैंसर का सबसे आम रूप है.
फैटी लिवर बढ़ने का कारण
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि भारत और यूरोप की लाइफस्टाइल और डाइट में काफी बदलाव आ गया है, जिसकी वजह से डायबिटीज और मोटापे जैसे मेटाबॉलिक सिंड्रोम बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से ही नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के केस में भी बढ़ोतरी हो रही है.
वजन कम वालों को ज्यादा खतरा
डॉ. जितेंद्र ने बताया कि नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज और अल्कोहलिक लिवर डिजीज, दोनों ही स्टेटोसिस से लेकर स्टेटोहेपेटाइटिस सिरोसिस और HCC तक समान असर ही दिखाते हैं.
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उन्होंने बताया कि भारतीय उपमहाद्वीप में यह बीमारी करीब 20% ऐसे लोगों में है, जिनका वजन शरीर के हिसाब से काफी कम है, जबकि पश्चिमी देशों में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के ज्यादातर मामले मोटापे से जुड़े हैं. बता दें कि हाल ही में देश की राजधानी नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज में मेटाबॉलिक लिवर रोगों से बचाव और उसकी रोकथाम के लिए एक वर्चुअल नोड शुरू किया गया है. जिसमें फ्रांस के 11 और भारत के 17 डॉक्टर मिलकर काम करेंगे.
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फैटी लिवर से बचने के उपाय
खानपान में वसा और कार्बोहाइड्रेट कम करें.
फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं.
लिवर का फैट कम करने के लिए डॉक्टर से बात करें.
फैटी लिवर के कारण हो सकता है कैंसर
नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज होने से लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) कई स्थितियों का समूह है जिसमें हल्के हेपेटिक स्टेटोसिस और नॉन अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस शामिल हैं. इन स्थितियों में लिवर में फैट जम जाती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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