ATM से पीएफ, इंडिया-पाक मैच से लेकर ओलंपिक की मेजबानी तक... ABP के मंच पर क्या-क्या बोले केंद्रीय मंत्री मांडविया?
India 2047 Entrepreneurship Conclave: एबीपी के मंच से मनसुख मांडविया ने ऐसे मुद्दों पर बात की, जो सीधे आम आदमी से लेकर देश की वैश्विक छवि तक जुड़े हैं. आइए जानें कि उन्होंने क्या-क्या कहा.

एबीपी की India@20247 एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव में मनसुख मांडविया ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बात की जैसे कि अब एटीएम से सीधे पीएफ कैसे निकलेगा, इंडिया पाक मैच से लेकर ओलंपिक की मेजबानी तक हर टॉपिक पर बात की गई है. आइए विस्तार से जानें कि मनसुख मांडविया क्या-क्या बोले.
महिला क्रिकेट टीम फीस एक हो
मनसुख मांडविया ने कहा कि, देश के विकास में महिला और पुरुष की समान भागीदारी होने चाहिए, उन्हें समान अवसर मिलना चाहिए. महिलाओं को कम सैलरी मिले, पुरुष को ज्यादा, क्या उनकी मेहनत को कम आंक रहे हैं. यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है, प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि हमारी महिलाएं देश के विकास का मजबूत पिलर हैं.
ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में मनसुख मांडविया ने कहा कि इस घटना के बाद सेंटीमेंट पाकिस्तान के खिलाफ था. इस दौरान सवाल उठा कि एक तरफ ऑपरेशन सिंदूर चला रहे हैं, दूसरी तरफ भारत-पाकिस्तान मैच हो रहा है? आखिर क्यों. मंडाविया बोले कि भारत और पाकिस्तान बीच में हम कोई द्विपक्षीय मैच नहीं खेलेंगे, लेकिन मल्टीनेशनल इवेंट में हम किसी भी देश को मना नहीं कर सकते हैं. ऐसा करने पर इंटरनेशनल ओलंपिक काउंसिल बैन लगा सकती है. इसका चार्टर है, जिसको मानना होता है.
हम एक जिम्मेदार देश हैं. पाकिस्तान को कोई एशिया कप का आयोजन करे या कामनवेल्थ का आयोजन करे तो हमें वीजा देना होता है. ऐसे इवेंट में हमें एक जिम्मेदार राष्ट्र की तरह व्यवहार करना होता है. कोई द्विपक्षीय टूर्नामेंट नहीं होगा, इसको लेकर क्लियरिटी है.
भारत के विकास पथ पर नया आत्मविश्वास
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि देश ने विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर ठोस संकल्प के साथ आगे बढ़ना शुरू कर दिया है. उन्होंने जोर दिया कि भारत अपनी समृद्ध विरासत से ताकत ले रहा है और लंबे समय से चली आ रही गुलामी की सोच को पीछे छोड़ चुका है. उनके मुताबिक अब देश सिर्फ सपने नहीं देख रहा, बल्कि विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा रहा है.
कॉमनवेल्थ गेम्स पर भरोसा
कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन को लेकर मांडविया ने कहा कि पहले पैरा एथलेटिक्स फेडरेशन को भी संदेह था कि भारत इतने बड़े स्तर का आयोजन कर पाएगा या नहीं, लेकिन भारत ने अपनी क्षमता साबित कर दी है. उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन भी भारत बेहद सफल और प्रभावशाली तरीके से करेगा.
खेल आयोजनों का ग्लोबल हब बन सकता है भारत
मांडविया ने कहा कि भारत में वह सभी खूबियां मौजूद हैं, जो उसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खेल आयोजनों की जगह बना सकती हैं. देश की विविधता, मजबूत व्यवस्थाएं और निजी क्षेत्र द्वारा तैयार किया गया आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर इसकी बड़ी ताकत है. उन्होंने कहा कि भारत अब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार काम कर रहा है और वैश्विक मंच पर खेल आयोजनों के लिए भरोसेमंद विकल्प बनकर उभर रहा है.
पीएफ निकासी प्रक्रिया में बड़ा बदलाव
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने पीएफ को लेकर हो रहे सुधारों पर बात करते हुए कहा कि भविष्य निधि कर्मचारियों की अपनी मेहनत की कमाई है, लेकिन अब तक इसे निकालने के लिए लोगों को लंबी और जटिल प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता था. उन्होंने बताया कि इसी परेशानी को खत्म करने के लिए नियमों में चरणबद्ध तरीके से बदलाव किए गए हैं.
नई व्यवस्था के तहत कर्मचारी अब अपने पीएफ खाते से 75 प्रतिशत तक राशि निकाल सकेंगे, जबकि 25 प्रतिशत रकम को भविष्य की पेंशन सुरक्षा के लिए सुरक्षित रखा जाएगा. इसके साथ ही पीएफ को डिजिटल रूप से और आसान बनाते हुए एटीएम से निकासी और यूपीआई से लिंक करने की सुविधा भी शुरू की जा रही है, ताकि लोगों को अपने ही पैसे के लिए भटकना न पड़े.
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Source: IOCL
























