ईरान के परमाणु ठिकाने को तबाह कर दे इजरायल तो क्या छिड़ जाएगा तीसरा विश्व युद्ध? ये रहा जवाब
If Israel Attack On Iran Nuclear Sites: ईरान परमाणु हथियार बनाने की तैयारी में है, लेकिन इजराइल नहीं चाहता है कि ऐसा हो. ऐसे में पहले भी इजराइल ईरान के इन मंसूबों पर पानी फेर चुका है.

अमेरिका के खुफिया विभाग ने यह जानकारी दी है कि इजराइल ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की तैयारी में है. सीसीएन की एक रिपोर्ट की मानें तो कई अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से यह बात कही गई है कि हाल के महीनों में ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजराइल के हमले करने की संभावना बढ़ रही है. वहीं जब ईरान को इस बात की खबर मिली तो उसका कहना है कि अगर इजराइल ने उसके परमाणु ठिकानों पर हमला किया तो इसके लिए अमेरिका जिम्मेदार होगा. यहां एक सवाल यह भी है कि अगर इजराइल, ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह कर दे तो क्या तीसरा विश्व युद्ध छिड़ सकता है.
परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है ईरान
2000 के दशक से ईरान ने एक परमाणु ऊर्जा उत्पादन प्रोग्राम की शुरुआत की है. ऐसे में कई लोगों का मानना है कि इसके जरिए वो परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है, जिस तरीके से भारत और पाकिस्तान ने बनाए थे. वहीं ईरान के बारे में ऐसा माना जाता है कि वो परमाणु हथियारों के लिए दोहरे रास्ते का इस्तेमाल करता है, जिसमें असैन्य परमाणु प्लांट्स से प्लूटोनियम निकालना और ईरान से ही निकाले गए यूरेनियम का संवर्धन करना. इजराइल 1960 के दशक में ही परमाणु हथियार बना चुका था, क्योंकि इसने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए थे.
इजराइल नहीं चाहता कि किसी भी अरब देश के पास परमाणु हथियार हो
वहीं जब से इजराइल ने परमाणु हथियार बनाया है, तब से उसकी पूरी कोशिश रही है कि किसी भी अरब देश के पास परमाणु हथियार न हो. क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो इजराइल के आस्तित्व को खतरा हो सकता है. यही वजह थी कि 1981 में इराक और 2007 में इजराइल ने सीरिया के खिलाफ हवाई हमले किए थे और उनके परमाणु रिएक्टर को खत्म कर दिया था. इजराइल 1980 के दशक से ही सीक्रेट प्रोग्राम शुरू कर चुका है कि ईरान को परमाणु बम न मिल सके. यही वजह थी कि उसने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों की न सिर्फ हत्या की बल्कि कंप्यूटर वायरस का इस्तेमाल कर रिएक्टर सेंट्रीफ्यूज को भी खत्म कर दिया.
क्या तीसरा विश्व युद्ध संभव?
वैसे तो इजराइल ने अभी तक ईरान के परमाणु ठिकानों पर सीधे कोई हमला नहीं किया है, लेकिन साल 2023 से दोनो सीधे तौर पर आमने-सामने हैं. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर मिसाइल, ड्रोन और लड़ाकू विमानों के जरिए एक-दूसरे ते क्षेत्र पर हमला किया है. इससे यह अंदेशा तो जताया जा सकता है कि ईरान के परमाणु हथियारों के खिलाफ इजराइल फिर से हमला कर सकता है. हालांकि यह अकेले इजराइल के बस की बात नहीं है. इसके लिए इजराइल को अमेरिका से मदद लेनी होगी. अगर अमेरिका ने इसमें इजराइल की मदद की तो संभव है कि तीसरा विश्व युद्ध छिड़ जाए.
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