हज करने के लिए किस देश के लोगों को सबसे ज्यादा मिलता है कोटा, जाने भारत किस नम्बर पर आता है
हज करने जाना हर मुस्लिम का सपना होता है, हालांकि सभी को कोटा नहीं मिल पाता. चलिए, आपको बताते हैं कि हज के लिए किस देश को सबसे ज्यादा कोटा मिलता है और भारत इस लिस्ट में कहां पर है

हर साल दुनियाभर के मुसलमान सऊदी अरब स्थित मक्का में हज करने के लिए जुटते हैं. लेकिन हर देश से कितने लोग हज पर जा सकेंगे, इसका निर्धारण सऊदी अरब की सरकार करती है. इसे हज कोटा कहा जाता है. इसमें हर देश को उसकी मुस्लिम आबादी के आधार पर हज यात्रियों की एक निश्चित संख्या दी जाती है. सवाल ये उठता है कि किस देश को सबसे ज्यादा कोटा मिलता है और भारत इस सूची में कहां खड़ा है?
किस देश को मिलता है सबसे ज्यादा कोटा
सबसे ज्यादा हज कोटा दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया को मिलता है. इंडोनेशिया में मुस्लिम आबादी लगभग 23 करोड़ के आसपास है जिनमें से हर साल 2,21,000 लोगों को हज का कोटा मिलता है. इंडोनेशिया में हज जाने वाले लोगों की डिमांड इतनी ज्यादा है कि कई लोगों को अपनी बारी का इंतजार 10 साल से भी ज्यादा करना पड़ता है.
इंडोनेशियाई सरकार यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करती है. इसके बाद दूसरे नम्बर पर सबसे ज्यादा कोटा हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मिलता है. पाकिस्तान से हर साल 1,80,000 लोग हज करने जाते हैं. पाकिस्तान सरकार हज यात्रियों को कई तरह की सुविधा देती है जिसमें पाकिस्तान सरकार फ्लाइट से लेकर मक्का में रुकने तक का इंतजाम करती है.
भारत का कोटा कितना
अगर भारत की बात करें तो भारत तीसरे नम्बर पर आता है जिसको सबसे ज्यादा हज के लिए कोटा दिया जाता है. भारत से हर साल 1,75,025 मुस्लिम हज करने जाते हैं. यहां हज की पूरी व्यवस्था हज कमेटी ऑफ इंडिया देखती है जिसमें सरकार की तरफ से लोगों को अलग अलग तरह की सुविधाएं दी जाती है. भारत में हज यात्रा पर जाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है. भारत के बाद सबसे ज्यादा कोटा बांग्लादेश को मिलता है यहां से हर साल 1,27,198 हज यात्री जाते हैं, इसके बाद पांचवें स्थान पर नाइजीरिया का नम्बर आता है जहां से हर साल 95,000 हज यात्री हर साल सऊदी के पवित्र शहर मक्का जाते हैं.
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