Offer On Liquor: ठेकों के स्टॉक में बची शराब का क्या करती है सरकार? पीने वाले नहीं जानते होंगे ये बात
Offer On Liquor: उत्तर प्रदेश में शराब के दुकानदार जल्द से जल्द स्टॉक खत्म करना चाहते हैं. क्योंकि सरकार टेंडर खत्म होने के बाद बची हुई शराब को दुकान से वापस ले लेती है, लेकिन फिर वह इसका क्या करती है.

Offer On Liquor: शराब एक ऐसी चीज है जो गम में, खुशी में, पार्टी में या मौज मस्ती में हर जगह पी जाती है. शराब पीने वालों को बस बहाना चाहिए और बस वो जाम छलकाने में लग जाते हैं. कुछ तो शराब के इतने आदी होते हैं कि ठेके पर ही पीने लग जाते हैं. अक्सर आपको ठेकों पर लोग लाइन लगाकर खरीदते हुए और आसपास में पीते हुए नजर आ जाएंगे. उनको कीमत से कोई लेना-देना नहीं होता है. इन दिनों उत्तर प्रदेश में शराब पीने वालों की चांदी है, क्योंकि विक्रेताओं ने उनके लिए बंपर ऑफर रखा है.
यूपी में शराब को लेकर चल रहा बंपर ऑफर
उत्तर प्रदेश में शराब विक्रेता पुरानी शराब के स्टॉक को खत्म करने के लिए इस पर भारी ऑफर चला रहे हैं. ऐसे में एक शराब की बोतल खरीदने पर एक फ्री में दी जा रही है. दरअसल राज्य में नई शराब नीति आने वाली है और इसके तहत नए टेंडर जारी किए जाएंगे. यही वजह है कि दुकानदार ग्राहकों को लुभाने और स्टॉक खत्म करने के लिए ऑफर चला रहे हैं. ऐसे में वहां की दुकानों पर शराब खरीददारों की लंबी लाइन लगी नजर आती है.
ठेकों से वापस लेने के बाद शराब का क्या करती है सरकार
ऐसे में सवाल यह है कि अगर ये विक्रेता अपना स्टॉक खत्म नहीं कर पाते हैं तो फिर उसका क्या होता है. दरअसल यह नियम है कि शराब ठेकेदारों को 31 मार्च रात 12 बजे तक अपना पूरा स्टॉक खत्म करना होता है. अगर वो स्टॉक खत्म नहीं कर पाते हैं तो इसके बाद बची हुई शराब सरकारी खाते में जमा हो जाती है और इसकी बिक्री रोक दी जाती है. बाद में अगर शराब की दुकान का टेंडर किसी और को मिल जाता है या खुद उसी दुकानदार को मिल जाता है. अगले साल यानि 1 अप्रैल से नई शराब नीति के तहत सरकार इस पर जीएसटी प्रणाली के तहत टैक्स लगाकर फिर से ठेकेदारों को उसे देती है.
आखिर क्यों मिलते हैं ऐसे ऑफर
दरअसल इस तरीके के ऑफर सारे सरकारी ठेकों पर नहीं मिलते हैं. ये दुकानदारों का अपना निजी फैसला होता है. वह अपना स्टॉक जल्दी निकालने के लिए लोगों को लुभावने ऑफर देते हैं. हालांकि यह आपको वहीं पर मिलेगा जहां शराब का स्टॉक बचा हुआ रहेगा. इसीलिए ज्यादातर दुकानदार कोशिश करते हैं कि उनका स्टॉक निकल जाए, नहीं तो नुकसान उठाना पड़ता है.
Source: IOCL























