ये वजह बन रही पाकिस्तान में बच्चों की मौत का कारण, तीन हफ्तों में गई 220 जानें
पाकिस्तान में पिछले तीन हफ्तों में 220 बच्चों की जान चली गई है. ये आंकड़े सरकार द्वारा जारी किए गए हैं, अनुमान ये भी लगाया जा रहा है कि असल संख्या इससे ज्यादा हो सकती है.

महंगाई की मार झेल रहा पाकिस्तान इन दिनों एक और संकट से जूझ रहा है और वो है निमोनिया. दरअसल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पिछले तीन हफ्तें में 200 से ज्यादा बच्चे अपनी जान गवा चुके हैं. लोगों का कहना है कि ये मौत निमोनिया के कारण हो रही है. दरअसल पाकिस्तान में पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते बच्चों को निमोनिया घेर रहा है. पाकिस्तान की केयरटेकर सरकार ने भी इस बात को मान लिया है.
सरकार ने क्या कहा?
पाकिस्तान की मौजूदा सरकार का कहना है कि ज्यादातर बच्चों की मौत कुपोषण से हुई है. वहीं बच्चों की मौत का कारण निमोनिया की वैक्सीन न लगना भी है. कहा जा रहा है कि इन बच्चों की इम्युनिटी पावर भी काफी कम थी. ऐसे में स्थिति को देखते हुुए पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने इन महीने की 31 तारीख तक स्कूलों में सुबह की क्लासेस नहीं रखने का आदेश दिया है.
निमोनिया के 10 हजार से ज्यादा मामले
दरअसल पाकिस्तान में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिसके चलते लगातार निमोनिया के मामले सामने आ रहे हैं. पाकिस्तान के लाहौर में ही निमोनिया के चलते 47 मौतें हो चुकी हैं. वहीं गौर करने वाली बात ये है कि इस साल की शुरुआत से अबतक यानी 1 जनवरी से अबतक पाकिस्तान में निमोनिया के कुल 10 हजार 500 मामले सामने आ चुके हैं. जो काफी चिंता का विषय है.
पिछले साल भी जा चुकीं कई जानें
लगातार होती मौत मौजूदा पाकिस्तानी सरकार के लिए परेशानी बढ़ाता जा रहा है. हालांकि पिछले साल भी पाकिस्तान में निमोनिया से जान गंवाने वालों की संख्या कम नहीं थी. पिछले साल 990 लोगों की निमोनिया से मौत हुई थी. ऐसे में सरकार ने एहतियातन लोगों से बच्चों के पास साफ-सफाई रखने और उन्हें गर्म कपड़े पहनाकर रखनेे की अपील की है.
यह भी पढ़ें: आपके घरों में रहने वाला कौनसा जानवर है इंसानों का सबसे बड़ा कातिल? जानकर विश्वास करना हो जाएगा मुश्किल
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















