किन-किन देशों में हैं पाकिस्तान के सैन्य बेस, इसमें कितना पैसा होता है खर्च?
पाकिस्तान की सेना दुनिया की सबसे मजबूत सेनाओं में से एक मानी जाती है. चलिए, आपको बताते हैं कि पाकिस्तानी सैन्य बेस किन किन देशों में है और इनका खर्च कौन उठाता है.

भारत की तरह पाकिस्तान की सेना भी काफी मजबूत मानी जाती है. अमेरिका ने अफगानिस्तान में तालिबान को खत्म करने के लिए पाकिस्तान की सहायता ली थी.चलिए, जानते हैं कि पाकिस्तान की सेना का दुनिया के किन-किन देशों में सैन्य बेस है और इन सैन्य बेस से पाकिस्तान की सेना किस तरह की गतिविधियों को अंजाम देती है. क्या इन बेस के लिए पाकिस्तान की सरकार खर्च करती है या फिर जिन देशों में यह सैन्य बेस है उस देश की सरकार इसके लिए पैसे खर्च करती है. चलिए, विस्तार से जानते हैं इसके बारे में.
किन देशों में है पाकिस्तानी सैन्य बेस?
पाकिस्तानी सैन्य तैनाती का इतिहास मुख्य रूप से मध्य पूर्व में देखा जा सकता है. सऊदी अरब, कुवैत, कतर और संयुक्त अरब अमीरात में पाकिस्तान ने अपने प्रशिक्षकों और सैनिकों को सलाह, प्रशिक्षण और सुरक्षा कार्यों के लिए भेजा है. फरवरी 2018 में पाकिस्तान ने अपनी दो अहम भूमिकाओं training and advisory mission और rules of engagement तय कर सऊदी में 1,379 सैनिक भेजे थे. कतर में फुटबॉल के दौरान भी पाकिस्तान की सेना ने वहां पर सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाला था. आज अनुमानित तौर पर सऊदी मिलिट्री में लगभग 70,000 पाकिस्तानी सेवा दे रहे हैं. नियमित तौर पर कतर में कुछ संख्या में पाकिस्तानी सैनिक प्रशिक्षण व सुरक्षा भूमिका में रहते हैं. 1960 के दशक से पाकिस्तान कुवैती बलों को प्रशिक्षित कर रहा है. खाड़ी युद्ध (1990) के दौरान लगभग 700 पाकिस्तानी अधिकारी तैनात थे.
इनके अलावा 1968 से पाकिस्तानी प्रशिक्षक UAE को वायुसेना, आर्टिलरी और कमांडो प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं . 1970 के दशक में UAE की वायु सेना में आधे से अधिक पायलट पाकिस्तानी थे. इस तरह से देखा जाए तो पाकिस्तानी सेना मुख्य तौर पर मिडिल ईस्ट के देशों में ही रही और वहां के मुस्लिम देशों की सुरक्षा व्यवस्था में अपना योगदान दिया. बाकी दुनिया के दूसरे देशों में पाकिस्तानी सेना के बेस का कोई विवरण आधिकारिक तौर पर उपलब्ध नहीं है.
कहां से आता है पैसा?
इन विदेशी बेसों के लिए पाकिस्तान का खर्च अलग से सार्वजनिक नहीं होता, लेकिन माना जाता है कि यह खर्च पाकिस्तानी रक्षा बजट का हिस्सा होता है. उदाहरण के तौर पर क़तर ने 2022 वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान को USD 2 बिलियन निवेश प्रदान किया, जिसके तुरंत बाद ही स्पोर्ट्स सुरक्षा में तैनाती हुई. इसी तरह बाकी के खाड़ी देश भी पाकिस्तान की आर्थिक तौर पर मदद करते रहते हैं. सऊदी अरब ने कई बार पाकिस्तान सरकार की खुलकर मदद की है. बदले में पाकिस्तान इन देशों में सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराता है.
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