एक रोटी से भी हल्के हैं ये बंदर, लंबाई सिर्फ 12-15 सेंटी मीटर
इन बंदरों के वजन की बात करें तो एक बंदर के बच्चे का वजन लगभग 15 ग्राम है. यानी एक तवा रोटी से भी हल्का है एक बंदर का बच्चा

अगर आपको किसी बंदर के बारे में सोचने को कहा जाए तो आपके दिमाग में एक बड़े भूरे बंदर की तस्वीर आ जाएगी. लेकिन हम जिस बंदर की बात कर रहे हैं वो इतना छोटा और हल्का है कि उसका वजन एक तवा रोटी से भी ज्यादा कम है. चलिए आपको दुनिया के सबसे छोटे बंदर के बारे में बताते हैं.
दुनिया के सबसे छोटे बंदर
ये दुनिया के सबसे छोटे बंदर ऑस्ट्रेलिया में देखने को मिले हैं. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के सिम्बियो वाइल्डलाइफ पार्क के अधिकारियों ने बताया कि उनके यहां दो पिग्मी मार्मोसेट्स बंदरों का जन्म हुआ है. इन बंदरों का जन्म मई के अंत में हुआ था. ये जुड़वा बंदर के बच्चे इतने छोटे और क्यूट हैं कि इनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इन्हें देखने लोग दूर-दूर से ऑस्ट्रेलिया के सिम्बियो वाइल्डलाइफ पार्क पहुंच रहे हैं. इन बंदरों के मां-बाप का नाम पेपर और माटेओ है.
कितने छोटे हैं ये
इन बंदरों के वजन की बात करें तो एक बंदर के बच्चे का वजन लगभग 15 ग्राम है. यानी एक तवा रोटी से भी हल्का है एक बंदर का बच्चा. सिम्बियो वाइल्डलाइफ पार्क में आने वाले लोग इन बच्चों की हरकतें देख कर काफी प्रभावित हैं. आपको बता दें, पिग्मी मार्मोसेट्स बंदर अपने छोटे कद के लिए जाने जाते हैं. मुख्य तौर पर ये बंदर अमेजॉन वर्षावनों में पाए जाते हैं.
इनकी लंबाई 12 से 15 सेंटीमीटर होती है. बड़े होने पर इन बंदरों का वजन 100 ग्राम तक भी हो सकता है. इन बंदरों में सबसे खास इनकी पूंछ होती है. इनके पूंछ की लंबाई 20 सेंटीमीटर तक होती है. वहीं इतने छोटे होने की वजह से इन बंदरों की प्रजाति तेजी से खत्म हो रही है. यही वजह है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक अब इस प्रजाति के बंदरों को बचाने का संकल्प ले रहे हैं.
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