सोशल मीडिया पर बच्चों की फोटो पोस्ट नहीं कर सकते पेरेंट्स, इस देश में बना है ये कानून
सोशल मीडिया पर बच्चों की फोटो या वीडियो पोस्ट करना आज की दुनिया में बहुत आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक देश ऐसा भी है जहां पेरेंट्स ऐसा नहीं कर सकते.
सोशल मीडिया पर बच्चों के अकाउंट्स बनाकर उनकी नटखट शरारतें पोस्ट करना या फिर उनकी फोटो पोस्ट करना पेरेंट्स को बहुत अच्छा लगता है. कई बार पैरेंट्स उनके अकाउंट्स पर अलग-अलग तरह की शरारतें पोस्ट करते हैं. हालांकि हमारे लिए ये बहुत आम बात है लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक देश ऐसा भी है जहां सोशल मीडिया पर माता-पिता सोशल मीडिया पर अपने बच्चों की फोटो पोस्ट नहीं कर सकते. जी हां, इसके लिए इस देश में सख्त कानून भी बनाया गया है.
यह भी पढ़ें: यहां जिंदा मगरमच्छ को पकाकर खा जाते हैं लोग, इतने रुपये किलो में मिलता है खून
यहां सोशल मीडिया पर बच्चों की फोटो पोस्ट नहीं कर सकते लोग
दरअसल हम जर्मनी की बात कर रहे हैं. मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, यहां यदि माता-पिता अपने बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं तो उन्हें अपने बच्चे की उम्र परिपक्वता के स्तर के आधार पर उससे परमिशन लेनी होगी. यदि माता-पिता में से कोई एक बच्चे की तस्वीर पोस्ट करने पर सहमत नहीं हो तो कोर्ट तस्वीर पोस्ट करने पर रोक लगा सकती है. इस कानून के मुताबिक, पेरेंट्स अपने बच्चे की फोटो को पोस्ट करने के राइट्स उस समय खो देंगे जब उनके पोस्ट को बच्चे की गरिमा या नैतिक अखंडता को गंभीर रूप से प्रभावित करने वाला माना जाएगा. वहीं माता-पिता फिर भी बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं और जज को ये गंभीर मामला लगता है तो उसके बाद से माता-पिता के पास अपने बच्चे की फोटो शेयर करने का अधिकार नहीं रह जाएगा.
यह भी पढ़ें: दुनिया के इन देशों में लोग कोबरा खाकर कर जाते हैं हजम, सुनकर नहीं कर पाएंगे यकीन
क्यों बनाया गया ये कानून?
जर्मनी के इस कानून का उद्देश्य माता-पिता को अपने बच्चों के प्राइवेसी अधिकारों को लेकर जिम्मेदार बनाना है. जो अपनी तस्वीरों को ऑनलाइन अपलोड करने के लिए सहमति नहीं दे सकते. इस कानून में उन माता-पिता को दंडित किये जाने का भी प्रावधान है जो अपने बच्चों की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं और इसके जरिये फॉलोअर्स बढ़ाने और पैसे कमाने की कोशिश करते हैं.
यह भी पढ़ें: दुनिया के इन देशों में लोग कोबरा खाकर कर जाते हैं हजम, सुनकर नहीं कर पाएंगे यकीन