पहलगाम हमले पर पाकिस्तान ने उठाया यह कदम तो ड्रैगन ने किया समर्थन, आखिर इस दोस्ती के क्या हैं मायने?
Pakistan China Friendship: पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान ने निष्पक्ष जांच की बात कही थी, जिसका चीन ने समर्थन किया है. चलिए जानें कि दोनों की दोस्ती इतनी खास क्यों है.

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले को लेकर चीन के विदेश मंत्री वांग यी और पाकिस्तानी उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इसहाक डार ने फोन पर बात की है. इसके बाद चीन ने पाक के निष्पक्ष जांच की समर्थन वाली मांग का समर्थन किया है. वहीं चीन भी भारत-पाकिस्तान के तनाव पर नजर बनाए हैं. चीन का कहना है कि इस मामले पर भारत और पाकिस्तान दोनों पक्ष संयम बरतेंगे. चीन ने कुछ दिन पहले पहलगाम हमले पर निंदा की थी.
चीन ने पाक की किस बात किया समर्थन
चीन ने बीते दिन कहा था कि वह आतंकवाद का विरोध करता है. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार ने चीन के विदेश मंत्री को फिलहाल क्या स्थिति चल रही है, उस बारे में बताया. पाकिस्तानी विदेश मंत्री का कहना है कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है. वह तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई का विरोध करते हैं. पाकिस्तान, चीन के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संवाद जारी रखेगा.
आतंक की स्थिति पर चीन की नजर
वहीं चीन के विदेश मंत्री वांग यी का कहना है कि चीन आतंक की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है. चीन ने कहा कि सभी देशों की जिम्मेदारी है वह आतंकवाद का मुकाबला करे. चीन लगातार पाकिस्तान की आतंकी विरोधी कार्रवाइयों का विरोध करता है. वांग यी ने कहा, एक दोस्त के तौर पर चीन, पाकिस्तान की सुरक्षा और चिंताओं का समर्थन करता है व सुरक्षा हितों को निर्धारित करने के लिए उसके प्रयासों का समर्थन करता है. संघर्ष न तो भारत और पाकिस्तान के मौलिक हितों को पूरा करने के लिए क्षेत्रीय शांति और स्थिरता का समर्थन करता है.
पाकिस्तान और चीन की दोस्ती कितनी गहरी
पाकिस्तान और चीन के संबंध गहरे हैं. दोनों एक-दूसरे के सहयोगी देश हैं. आर्थिक मोर्चे या रक्षा क्षेत्र दोनों मामलों पर चीन, पाकिस्तान की मदद करता है. दोनों की दोस्ती अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखने को मिलती है. पाकिस्तान की आजादीके बाद से ही चीन उसके लिए काफी चिंतित नजर आता रहा है. भारत के खिलाफ चीन बेधड़क तरीके से पाकिस्तान का साथ देता है. फिर चाहे आतंकवाद के मामले में कार्रवाई हो या फिर एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट की बात हो. पकिस्तान की गिरती अर्थव्यवस्था को भी चीन ही कर्जे से संभाले हुए है.
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