Gold Mining In India: भारत के पास कितना है सोने का भंडार, कहां-कहां अब भी होती है गोल्ड माइनिंग?
Gold Mining In India: भारत में सोने का उत्पादन भले ही सीमित हो, लेकिन देश के सोने के भंडार की कमी नहीं है. चलिए जानें कि देश में सोने की कौन कौन सी खानें हैं, जो अभी भी सक्रिय हैं.

Gold Mining In India: पिछले कुछ दिनों से सोना और चांदी दोनों के दाम लगातार ऊंचाई छू रहे हैं. बाजार में इन कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट देखने को नहीं मिल रही है. बल्कि हर दिन नया रिकॉर्ड बन रहा है. चांदी की दर अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है, जबकि सोने के दाम भी तेजी के साथ नए शिखर छू रहे हैं. आज यानी 14 अक्टूबर 2025 को देश के प्रमुख सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 12,883 प्रति ग्राम के भाव पर बिक रहा है.
सोना चाहे कितना महंगा हो, लेकिन भारत सोने के प्रति अपने प्रेम के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. क्या आप जानते हैं कि भारत के पास खुद का सोना कितना है और देश में किन जगहों पर अब भी गोल्ड माइनिंग यानी सोने की खुदाई होती है? चलिए जानें.
भारत के पास कितना सोना?
भारतीय रिजर्व बैंक की 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, देश के पास कुल 879.58 मीट्रिक टन सोना है. इनमें से 511.99 टन सोना देश के अंदर सुरक्षित है, जबकि करीब 348.62 टन सोना विदेशों में (जैसे बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स) में जमा है. इस सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड रेट में तेजी बनी हुई है. रुपये की गिरावट ने भी इसके मूल्य को और बढ़ा दिया है.
भारत में इकलौती सोने की खान
हालांकि भारत सोना खरीदने में तो दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल है, लेकिन सोने के उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी बहुत कम है. भारत में कुछ ही सक्रिय सोने की खानें हैं, जिनमें कर्नाटक की हट्टी गोल्ड माइन्स सबसे बड़ी और पुरानी है. यह खदान रायचूर जिले में स्थित है और सालाना करीब 1700 किलो सोना निकालती है. राज्य सरकार की योजना है कि अगले डेढ़ साल में इसका उत्पादन बढ़ाकर 5000 किलो प्रति वर्ष किया जाए. हट्टी गोल्ड माइन्स का संचालन कर्नाटक सरकार करती है और यह भारत की एकमात्र बड़ी कार्यरत सोना निकालने वाली यूनिट है.
दूसरी कौन सी सबसे बड़ी सोने की खान थी?
इसके अलावा कोलार गोल्ड फील्ड्स KGF भी कभी भारत की सबसे बड़ी सोने की खान रही है, लेकिन 2001 में इसे बंद कर दिया गया था. अब सरकार यहां के पुराने टेलिंग्स (खनन के बाद बचा हुआ मलबा) से सोना निकालने की नई योजना पर काम कर रही है. रिपोर्ट्स की मानें तो KGF के टेलिंग्स में करीब 32 मिलियन टन सामग्री है, जिसमें अभी भी सोना मौजूद है. अगर इसे आधुनिक तकनीक से प्रोसेस किया जाए, तो हर साल लगभग 700 से 750 किलो सोना निकाला जा सकता है.
इसके अलावा किन जिलों में सोने की खानें?
इसके अलावा राजस्थान, झारखंड और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भी सोने की खानें या तो खोज के चरण में हैं या वहां खनन शुरू होने वाला है. राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में भूखिया-जगपुरा ब्लॉक में सोने के भंडार की पहचान हुई है. झारखंड के कुंदरकोचा क्षेत्र में भी सोने की खुदाई सीमित स्तर पर चल रही है.
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Source: IOCL
























