1 सेकंड में 3 लाख किलोमीटर...! आखिर प्रकाश की इतनी तेज रफ्तार को किसने और कैसे मापा था?
प्रकाश की गति मापने वाले पहले व्यक्ति 1676 में डेनिश खगोलशास्त्री ओले रोमर थे. रोमर ने प्रकाश की गति को मापने के लिए तारकीय विपथन नामक तकनीक का इस्तेमाल किया था.

Speed Of Light: प्रकाश विज्ञान के साथ-साथ हमारे जीवन का भी बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इसके सहारे ही हम चीजों को देख पाते हैं. प्रकाश के बिना पूरी दुनिया में अंधकार छा जाएगा. सभी जानते हैं कि इस दुनिया में सबसे ज्यादा गति प्रकाश की ही होती है, जो करीब तीन लाख किलोमीटर प्रति सेकंड होती है. यह इतनी तेज रफ्तार है कि अगर आप इस रफ्तार से चलें तो लगभग 1 सेकेंड में पूरी पृथ्वी का चक्कर लगा लेंगे. ऐसे में सवाल आता है कि इतनी तेज रफ्तार को आखिर वैज्ञानिकों ने मापा कैसे...?
कैसे मापी गई थी प्रकाश की चाल?
प्रकाश की गति फिजिक्स में सबसे मौलिक स्थिरांकों में से एक है. यह वह गति है जिस पर प्रकाश, रेडियो तरंगें और एक्स-रे सहित सभी विद्युत चुम्बकीय विकिरण ट्रैवल करती हैं. प्रकाश की गति मापने वाले पहले व्यक्ति 1676 में डेनिश खगोलशास्त्री ओले रोमर थे. रोमर ने प्रकाश की गति को मापने के लिए तारकीय विपथन नामक तकनीक का इस्तेमाल किया था. तारकीय विपथन सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति के कारण तारे की स्थिति में होने वाला स्पष्ट परिवर्तन है.
रोमर ने देखा कि बृहस्पति के चंद्रमा आयो के ग्रहणों के बीच का समय हमेशा एक जैसा नहीं होता है. जब पृथ्वी बृहस्पति की ओर बढ़ रही थी तो ग्रहण अपेक्षा से पहले घटित होते प्रतीत हो रहे थे. जब पृथ्वी बृहस्पति से दूर जा रही थी, तो ग्रहण अपेक्षा से अधिक देर से घटित होते प्रतीत हुए.
इतनी आई थी प्रकाश की चाल
ये देख कर रोमर को लगा कि ऐसा इसलिए है, क्योंकि जब पृथ्वी बृहस्पति से दूर जा रही थी तो बृहस्पति के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी. कई बार प्रेक्षण करने बाद उन्होंने गणना करके बताया कि प्रकाश की चाल 214,000 किमी/से है, जबकि वर्तमान में प्रकाश की गति 299,792 किमी/से. है. यह अंतर इसलिए आया, क्योंकि उन्हें पृथ्वी की कक्षा के व्यास की सटीक जानकारी नहीं थी इसके अलावा समय में भी कुछ त्रुटियां थी जिस वजह से प्रकाश की गति में यह अंतर आया.
प्रकाश की गति मापने का पहला प्रयास
इससे पहले 17 वीं सदी में ही एक इतालवी भौतिक विज्ञानी गैलीलियो गैलिली ने प्रकाश की गति को मापने की सबसे पहले कोशिश की थी. जिसमें उन्होंने एक प्रयोग के जरिए प्रकाश की गति मापने की कोशिश की थी. इस प्रयोग में कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो टीलों पर लालटेन देकर दो व्यक्तियों को खड़ा किया गया. उन दोनों को अपने-अपने लालटेन कपड़े से ढक कर रखने के लिए कहा गया फिर बारी-बारी से उनसे लालटेन से कपड़ा हटाने के लिए कहा गया.
नही पता चला पाई प्रकाश की गति
इस प्रयोग के माध्यम से गैलीलियो लालटेन की रोशनी के दूसरे व्यक्ति तक पहुंचने के बीच के समय को रिकॉर्ड करना चाहते थे. चूंकि चाल बहुत तेज थी, जिसे मापने के दोनों लालटेनों के बीच लिए ली गई दूरी बहुत छोटी थी. इसलिए वो प्रकाश की चाल मापने में असफल रहे.
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