Republic Day 2025: खतरनाक बंदूकों के साथ परेड में मार्च करते हैं सेना के कमांडो, क्या इनमें गोलियां भरी होती हैं?
Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस परेड के दौरान देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, तीनों सेनाओं के प्रमुख और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद होते हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा एक चुनौती भरा काम है.

Republic Day Parade: गणतंत्र दिवस (Republic day 2025) के खास मौके पर सभी की नजरें कर्तव्य पथ के दौरान होने वाली परेड पर टिकी रहती हैं. इस परेड के दौरान सेना व पुलिस के जवानों की टुकड़ियां एक साथ मार्च करते हुए आगे बढ़ती हैं और सलामी देती हैं. यह कदम ताल भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य और बलिदान को प्रदर्शन करती है. इस दौरान आपने सेना के जवानों के हाथों में बंदूकें भी देखी होंगी. क्या आपने कभी सोचा है कि क्या परेड के दौरान इस्तेमाल होने वाली बंदूकें असली होती हैं और क्या इन बंदूकों में गोलियां भी भरी होती हैं?
गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड के दौरान थल सेना, नौसेना और वायु सेना की टुकड़ियों के अलावा पैरा मिलिट्री फोर्सेस के जवान भी कदमताल करते हैं. इसके अलावा इस परेड में कमांडो का दस्ता भी होता है, जो मार्च करते हुए आगे बढ़ता है. इन सभी जवानों के हाथों में एक से एक खतरनाक बंदूकें होती है. कई बार सलामी देते समय भी इन बंदूकों का इस्तेमाल किया जाता है.
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क्या खाली होती हैं बंदूकें?
गणतंत्र दिवस जैसे खास मौके पर सुरक्षा का काफी ज्यादा ध्यान रखा जाता है. दरअसल, गणतंत्र दिवस परेड के दौरान देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुख और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद होते हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा एक चुनौती भरा काम है. परेड स्थल पर किसी तरह की सुरक्षा चूक न हो, इसलिए सभी जरूरी बातों का ध्यान रखा जाता है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परेड में शामिल होने वाली टुकड़ियों की बंदूकें भी खाली रखी जाती हैं. यानी इनमें किसी तरह की बुलेट्स नहीं होती हैं.
परेड के घायल कर सकती है गोली
आपने परेड के दौरान सेना के जवानों को हथियारों से करतब करते हुए तो देखा ही होगा. इस दौरान अगर बंदूक बुलेट्स से भरी होगी तो इससे किसी के घायल होने का खतरा हो सकता है. यह बुलेट परेड में शामिल किसी दूसरे साथी या फिर दर्शकों को भी लग सकती है. इसलिए परेड में शामिल होने वाले जवानों की बंदूकें खाली ही रखी जाती हैं.
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Source: IOCL























