कंपनियों के अलावा क्या सरकार भी करती है आपके बिजली बिल से कमाई? जान लीजिए जवाब
ज्यादातर लोग बढ़ते बिजली के बिलों से परेशान हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या कंपनियों के अलावा सरकार भी बिजली के बिलों से कमाई करती है? चलिए जानते हैं.

बिजली का बिल हमारे महीने के खर्चों में एक खास हिस्सा बन चुका है. ज्यादातर लोग इससे जुड़ी महंगाई और बढ़ती बिजली की खपत से परेशान रहते हैं. आमतौर पर हम समझते हैं कि बिजली बिल से होने वाली कमाई सिर्फ बिजली वितरण कंपनियां ही करती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके बिजली बिल में सरकार का हिस्सा भी होता है? बता दें कंपनियों के अलावा सरकार भी आपके बिजली बिल से कमाई करती है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि सरकार कैसे बिजली बिलों से कमाई करती है और उन पैसों का क्या करती है.
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कैसे होती है बिजली बिलों से सरकार की कमाई?
बिजली के बिल में सबसे महत्वपूर्ण सरकार की कमाई जीएसटी (वस्तु और सेवा कर) के रूप में होती है. भारत में बिजली पर जीएसटी 18% है, जो आपके बिजली बिल में शामिल होता है. इसका मतलब यह है कि जब आप अपनी बिजली का बिल चुकाते हैं, तो उस राशि का 18% हिस्सा सीधे सरकार के खजाने में जाता है. यह पैसे राज्य के विकास कार्यों, योजनाओं और अन्य सरकारी खर्चों के लिए इस्तेमाल होती है.
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इसके अलावा राज्यों की सरकारें भी बिजली के उपभोग पर बिजली शुल्क लगाती हैं. यह शुल्क राज्य सरकार द्वारा तय किया जाता है और इन पैसों का उपयोग सरकार राज्य के बिजली उत्पादन और वितरण क्षेत्र के सुधार के लिए करती है. देश के हर राज्य का बिजली शुल्क अलग होता है और यह उपभोक्ताओं के बिजली बिल में शामिल होता है. उदाहरण के तौर पर, कुछ राज्यों में यह शुल्क 10% तक होता है, जो हर घर या दुकान के हर महीने के बिल में जोड़ा जाता है.
ये भी बढ़ाता है बिजली का बिल
बिजली बिल में एक खास चीज एसीएस (Changes for Cost of Supply) होता है, जो बिजली की आपूर्ति में आए बदलावों को कवर करता है. यह शुल्क भी उपभोक्ताओं से लिया जाता है और इसका उद्देश्य विद्युत कंपनियों के घाटे को पूरा करना होता है. राज्य सरकारें इस शुल्क के जरिए भी अपनी आय बढ़ाती हैं और विद्युत विभाग के वित्तीय स्थिति को मजबूत करती हैं.
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