क्या होता है RAT, जानें ये कब होता है एक्टिवेट और प्लेन क्रैश से ठीक पहले क्या होता है इसका काम
Air India Plane Crash: विमान में अलग-अलग इमरजेंसी के लिए कुछ मैकेनिज्म लगे होते हैं. RAT यानी रैम एयर टर्बाइन भी इसी तरह से काम करता है. क्रैश से पहले इसकी आवाज सुनाई देने का दावा किया जा रहा है.

Air India Plane Crash RAT: कुछ दिन पहले 12 जून को भारत समेत पूरी दुनिया ने एक खौफनाक प्लेन क्रैश देखा, जिसकी खबर सुनते ही हर कोई दंग रह गया. एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद अपना नियंत्रण खो दिया और सीधे नीचे जा गिरा. इस प्लेन क्रैश में 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, वहीं एक शख्स किसी चमत्कार की तरह जिंदा निकल आया. अब इस प्लेन क्रैश के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें RAT का बार-बार जिक्र हो रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये RAT आखिर होता क्या है...
कई तरह के अनुमान
एयर इंडिया के इस विमान हादसे को लेकर सभी एक्सपर्ट अपनी अलग-अलग थ्योरी दे रहे हैं. जिनमें सबसे ज्यादा चर्चा विमान के दोनों इंजन फेल होने की है. इसके अलावा फ्यूल में किसी तरह की गड़बड़, बिना फ्लैक्स के उड़ान भरना और पायलट की गलती को लेकर भी चर्चा हो रही है. हालांकि अब तक कुछ भी साफ नहीं हो पाया है.
क्या होता है RAT?
विमान में अलग-अलग इमरजेंसी के लिए कुछ मैकेनिज्म लगे होते हैं. RAT यानी रैम एयर टर्बाइन भी इसी तरह से काम करता है. इलेक्ट्रिकल फेलियर, हाइड्रॉलिक सिस्टम फेलियर और दोनों इंजन फेल होने पर ये प्लेन से निचले हिस्से से बाहर निकल आता है. ऐसी स्थिति में ये रेडियो समेत फ्लाइट के जरूरी कंट्रोल्स को चालू रखने का काम करता है. हालांकि इससे विमान ऊपर नहीं जा सकता है. इसे एक छोटे प्रोपेलर की तरह माना जाता है. एयर इंडिया के प्लेन क्रैश से ठीक पहले वीडियो में RAT दिखने का दावा किया जा रहा है.
अब विमान में जिंदा बचे इकलौते शख्स का कहना है कि क्रैश से पहले एक धमाके की आवाज सुनाई दी थी, साथ ही बिजली में भी कुछ दिक्कत आ गई थी. बताया जा रहा है कि ये RAT के चालू होने का संकेत हो सकता है. ये एक प्रोपेलर जैसी तेज आवाज रही होगी, RAT एक्टिवेट होने पर इसी तरह की आवाज आती है.
कब काम करता है RAT?
अब लोगों के मन में ये सवाल भी है कि जब RAT सिस्टम एक्टिवेट हो गया था तो प्लेन क्यों क्रैश हो गया, इसका जवाब सीधा और सरल है. ये सिस्टम ऊंचाई में विमान की सहायता के लिए लगा होता है, जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं ये प्लेन को उड़ने में मदद नहीं करता है. जब ऊंचाई पर कोई तकनीकी खराबी आ जाती है तो ये कम्युनिकेशन और बिजली को स्थिर रखने में मदद करता है. अहमदाबाद मामले में प्लेन काफी नीचे था, ऐसे में ये सिस्टम किसी काम का नहीं रहा.
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Source: IOCL























