Air India के विमानों में कब-कब हुए बड़े हादसे? एक नजर में देख लीजिए पूरी लिस्ट
एयर इंडिया की स्थापना 1932 में टाटा एयरलाइंस के रूप में हुई थी. 1946 में इसका नाम बदलकर एयर इंडिया किया गया. टाटा ने इस एयरलाइंस को 2021 में खरीद लिया, जिसके बाद टाटा ग्रुप ही इसे संचालित कर रहा है.

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून) को बड़ा हादसा हो गया. यहां एयर इंडिया का पैसेंजर प्लेन बोइंग ड्रीमलाइन 787 क्रैश हो गया. लंदन जा रहे इस प्लेन में 10 क्रू मेंबर्स के अलावा 242 पैसेंजर्स सवार थे. आइए जानते हैं कि एयर इंडिया के विमान कब-कब बड़े हादसों के शिकार हो चुके हैं?
यहां देखिए एयर इंडिया के विमान हादसों की लिस्ट
3 नवंबर 1950: एयर इंडिया फ्लाइट 245
जगह: मॉन्ट ब्लांक, फ्रांस
विमान: लॉकहीड L-749A कॉन्स्टेलेशन
मौतें: 48 (सभी यात्री और चालक दल)
वजह: यह हादसा खराब मौसम और नेविगेशन में गड़बड़ी की वजह से हुआ. यह प्लेन लंदन से बॉम्बे (अब मुंबई) जा रहा था. जेनेवा में उतरने से पहले यह मॉन्ट ब्लांक के ग्लेशियर से टकरा गया. जांच में पाया गया कि पायलट ने गलत ऊंचाई पर उड़ान भरी, जिसके कारण यह हादसा हुआ.

24 जनवरी 1966: एयर इंडिया फ्लाइट 101
जगह: मॉन्ट ब्लांक, फ्रांस
विमान: बोइंग 707-437
मौतें: 117 (सभी यात्री और चालक दल)
वजह: यह हादसा भी मॉन्ट ब्लांक के पास हुआ, जहां विमान जेनेवा में उतरने से पहले ग्लेशियर से टकरा गया. इस प्लेन में भारत के परमाणु वैज्ञानिक डॉ. होमी जहांगीर भाभा भी सवार थे. जांच में पायलट की गलती और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के साथ गलत कम्युनिकेशन को कारण माना गया. हालांकि, इस हादसे को साजिश की नजर से भी देखा जाता है.

1 जनवरी 1978: एयर इंडिया फ्लाइट 855
जगह: अरब सागर, मुंबई, भारत
विमान: बोइंग 747-237B (सम्राट अशोक)
मौतें: 213 (सभी यात्री और चालक दल)
वजह: यह हादसा मुंबई के तट से लगभग 3 किमी दूर अरब सागर में हुआ. विमान टेकऑफ के दो मिनट बाद क्रैश हो गया. जांच में पाया गया कि स्थानिक भटकाव (spatial disorientation) और उड़ान उपकरणों की खराबी के कारण यह हादसा हुआ. यह उस समय एयर इंडिया का सबसे घातक हादसा था.

21 जून 1982: एयर इंडिया फ्लाइट
जगह: मुंबई, भारत
विमान: बोइंग 707-400
मौतें: 17 (99 यात्रियों में से 15 और 12 चालक दल में से 2)
वजह: भारी बारिश और रात के समय मुश्किल लैंडिंग के बाद विमान रनवे से फिसल गया. चालक दल ने गो-अराउंड करने का प्रयास किया, लेकिन विमान स्टॉल हो गया और रनवे पर वापस गिर गया. यह हादसा पायलट की गलती और खराब मौसम की वजह से हुआ.

23 जून, 1985: एयर इंडिया फ्लाइट 182 (कनिष्क बम विस्फोट)
जगह: अटलांटिक महासागर, आयरलैंड के तट के पास
विमान: बोइंग 747-237B (सम्राट कनिष्क)
मौतें: 329 (सभी यात्री और चालक दल)
वजह: यह हादसा आतंकवादी हमले के कारण हुआ. दरअसल, बैंकुवर से भेजे गए कार्गो में रखा बम हवा में फट गया. यह उड़ान टोरंटो से लंदन, फिर दिल्ली और मुंबई जा रही थी. जांच में सिख उग्रवादी संगठन बब्बर खालसा को जिम्मेदार ठहराया गया. यह कनाडा के इतिहास का सबसे घातक आतंकवादी हमला और एयर इंडिया का सबसे बड़ा हादसा था.

22 मई, 2010: एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812
जगह: मंगलौर, भारत
विमान: बोइंग 737-800
मौतें: 158 (166 यात्रियों और चालक दल में से)
वजह: यह उड़ान दुबई से मंगलौर आ रही थी और लैंडिंग के दौरान रनवे से आगे निकल गई, जिसके बाद यह एक पहाड़ी से टकरा गई. इसके बाद विमान में आग लग गई. जांच में पायलट की गलती को मुख्य वजह माना गया.

7 अगस्त 2020: एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 1344
जगह: कोझिकोड, भारत
विमान: बोइंग 737-800
मौतें: 21 (191 यात्रियों और चालक दल में से, जिसमें 2 पायलट शामिल)
वजह: यह उड़ान दुबई से कोझिकोड आ रही थी. भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसल गई. विमान एक घाटी में गिर गया और दो हिस्सों में टूट गया. जांच में पायलट की गलती और खराब मौसम को जिम्मेदार बताया गया.
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