चंद्रयान 2 के लैंडर की असफल लैंडिंग पर तापसी पन्नू बोलीं- एक बड़ी छलांग में एक कदम पीछे जरूर किया जाता है
देश के 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया जिसके बाद हर किसी में निराशा नजर आई लेकिन पूरा देश आज इस प्रयास के लिए इसरो की सराहना कर रहा है. पीएम मोदी सहित कई बॉलीवुड हस्तियों ने इसरो के वैज्ञानिकों की तारीफ की है और कहा है कि इसरो बहुत सारी आशाएं जुड़ी हैं.
'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया. चांद की सतह से करीब 2.1 किलोमीटर ऊंचाई से पहले डैंलर से इसरो का संपर्क टूटा था. चंद्रयान-2 के बारे में अभी जानकारी का इंतजार है. इसरो के कंट्रोल रूम में वैज्ञानिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं. डाटा का अध्ययन अभी जारी है. बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू ने इस प्रयास के लिए इसरो की सराहना की.
अभिनेत्री ने ट्वीट करते हुए इसरो की सराहना करते हुए लिखा, ''रुंधा हुए गले और नम आखों के साथ पूरा देश इस बात का साक्षी है हम सब एक ही आशा में विश्वास कर रहे हैं. एक बड़ी छलांग लगाने के लिए आपका एक कदम पीछे जरूर किया जाता है. इसरो आप हमारे लिए हीरो हैं.''
Lump in the throat, tear in the eye not coz of anything else but witnessing how beautifully you got the entire nation together in hope and spirit... it’s ok to take a few steps back when u know you are about to make your longest jump. You are our hero @isro ❤️
— taapsee pannu (@taapsee) September 7, 2019
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने इसरो के प्रयास की सराहना की और बेहतरी के लिए उम्मीद जताई. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ''आज पूरी दुनिया भारत के साथ है." उन्होंने इसरो की हौसलाअफजाई करते हुए लिखा, ''गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले! बहुत बढ़िया इसरो. हमें गर्व है.''
'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले स्टेशन से टूटा संपर्क
बता दें कि लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया. 'विक्रम' ने 'रफ ब्रेकिंग' और 'फाइन ब्रेकिंग' फेज को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया. इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं. इसरो अध्यक्ष के. सिवन इस दौरान कुछ वैज्ञानिकों से गहन चर्चा करते दिखे.
वहीं, विभिन्न विशेषज्ञों ने कहा कि अभी इस मिशन को असफल नहीं कहा जा सकता. लैंडर से एक बार फिर संपर्क स्थापित हो सकता है. यह भी कहा जा रहा है कि अगर लैंडर विफल भी हो जाए तब भी 'चंद्रयान-2' का ऑर्बिटर एकदम सामान्य है और वह चांद की लगातार परिक्रमा कर रहा है.
यह भी देखें
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets