Ali Zafar Birthday: 'छन्नो' गाकर अली जफर ने जीता था दुनिया का दिल, एक्टिंग-सिंगिंग से पहले करते थे यह काम
Ali Zafar: टैलेंट के कॉम्बो की बात हो और उनका जिक्र न हो, ऐसा होना नामुमकिन है. बात हो रही है अली जफर की. आज अली का बर्थडे है तो जानते हैं उनकी जिंदगी के कुछ किस्से...
Ali Zafar Unknown Facts: बात एक ऐसे बेहतरीन एक्टर की हो, उसमें सिंगिंग का तड़का लगा हो और वह पेंटिंग भी जानता हो तो बात यकीनन अली जफर की हो रही है. 18 मई 1980 के दिन पाकिस्तान के लाहौर में जन्मे अली जफर किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. पाकिस्तानी कलाकार अली ने बॉलीवुड में भी अच्छा-खासा नाम कमाया, लेकिन पाकिस्तानी कलाकारों पर लगे प्रतिबंध की वजह से उन्हें हिंदुस्तान से लौटना पड़ा.
एक्टिंग-सिंगिंग से पहले करते थे यह काम
बता दें कि अली जफर पढ़ाई-लिखाई में काफी अच्छे थे. उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा में टॉप किया था. अली को बचपन से ही पेंटिंग का शौक था. जब वह महज आठ साल के थे, तब वह पेंटिंग करने लगे. यहां तक कि एक्टिंग और सिंगिंग करियर में आने से पहले तक वह पेंटिंग ही करते थे. इसके बाद उन्होंने एक पाकिस्तानी शो से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की और फिल्मों में गाना गाने लगे. अली जफर को असली पहचान साल 2003 में रिलीज हुई एल्बम 'हुक्का पानी के गाने छन्नो' से मिली. इसके लिए उन्हें बेस्ट एल्बम और बेस्ट मेल आर्टिस्ट का अवॉर्ड भी मिला था.
पाकिस्तान में बैन हुई पहली फिल्म
गौर करने वाली बात यह कि अपने गुडलुक्स की वजह से अली जफर 2012 में 'एशिया मोस्ट सैक्सिएस्ट मैन' की लिस्ट में वह नंबर पर थे. इसके बाद उनकी शोहरत बढ़ती चली गई. उन्होंने साल 2010 में 'तेरे बिन लादेन' फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया था. भारत में इसकी कहानी काफी पसंद की गई, जबकि पाकिस्तान में इस फिल्म को बैन कर दिया गया था.
जब किडनैप हो गए थे अली जफर
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक दफा अली जफर को किडनैप भी कर लिया गया था. इसका किस्सा उन्होंने खुद अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में बयां किया था. उन्होंने लिखा था, '2009 में मेरा और आयशा का अपहरण कर लिया गया था. हम बच गए थे, लेकिन इसके बारे में हम बात नहीं करते हैं.' रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्टर के परिवार ने 25 लाख रुपये देकर उन्हें आजाद कराया था. अली जफर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया था.
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