पीएम के हेलीकॉप्टर की तलाशी लेने वाले अधिकारी निलंबित, कांग्रेस बोली- मोदी जी को जांच कराने में इतनी आपत्ति क्यों है?
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''जो मोदी जी एजेंसियों का दुरुपयोग कर पूरे विपक्ष के लिए छापेमारी का खेल रचते हैं, वो 15 मिनट की जांच से इतना डर गये कि चुनाव आयोग को अपने ही अफ़सर को हटाना पड़ गया.''

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर की कथित तौर पर जांच करने पर एक अधिकारी को निलंबित किए जाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने हेलीकॉप्टर की जांच कराने में आपत्ति क्यों है?
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ''जो मोदी जी एजेंसियों का दुरुपयोग कर पूरे विपक्ष के लिए छापेमारी का खेल रचते हैं, वो 15 मिनट की जांच से इतना डर गये कि चुनाव आयोग को अपने ही अफ़सर को हटाना पड़ गया.'' उन्होंने सवाल किया, ''कर्नाटक में काला बक्सा निकलने के बाद मोदी जी को अपने हेलीकॉप्टर की जांच कराने में इतनी आपत्ति क्यों है?''

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी ट्वीट कर कहा, ''पहले भी ऐसा होता रहा है कि चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग को कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष के काफिले की जांच करने की इजाजत थी. एसपीजी सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की निजी तौर पर तलाशी नहीं हो सकती.'' उन्होंने पूछा, ''प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच करने के लिए अधिकारी को क्यों निलंबित किया गया? क्या संदेश दिया जा रहा है? क्या कुछ लोगों के लिए विशेष कानून है?''
The question is simple. If SPG protectees of the Congress party can be subjected to inspection why is the same not applicable to the BJP ?
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) April 18, 2019
इससे पहले कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से कहा, ''वाहनों की जांच का अपना काम करने के लिए चुनाव आयोग ने एक अधिकारी को निलंबत कर दिया. नियमों के मुताबिक प्रधानमंत्री के वाहन को तलाशी से छूट नहीं है. प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर में ऐसा क्या ले जा रहे हैं जिसे वह भारत को दिखाना नहीं चाहते.''
मतदान के दौरान कुछ जगहों पर कथित तौर 'नमो फूड पैकेट' बांटे जाने को लेकर भी कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ''चुनाव जीतने के लिए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मोदी सरकार का नया हथियार है. प्रशासन का मौन इसमें सहयोगी साबित हो रहा है. लेकिन, लोकतंत्र में सरकारें जनता बनाती है. मोदी जी का हर हथकंडा विफल साबित होगा.'' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के हेलीकॉप्टर की कथित रूप से जांच करने के लिए चुनाव आयोग ने ओडिशा के जनरल पर्यवेक्षक को बुधवार को निलंबित कर दिया.
आयोग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कर्नाटक कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने एसपीजी सुरक्षा से जुड़े निर्वाचन आयोग के निर्देश का पालन नहीं किया.
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