Karnataka Election 2023: 'किसी भी कीमत पर लड़ूंगा', कौन हैं कर्नाटक में बीजेपी को चैलेंज करने वाले जगदीश शेट्टार
Karnataka Election 2023: कर्नाटक बीजेपी ने जगदीश शेट्टार से आगामी विधानसभा चुनाव न लड़ने को कहा है. इसे लेकर बीजेपी नेता ने खुलकर नाराजगी जताई है.
Karnataka Election 2023: कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के टिकट एलान के साथ ही सत्ताधारी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी होना शुरू हो गई हैं. बीजेपी के बड़े नेता जगदीश शेट्टार ने बगावत का संकेत दिया है. शेट्टार को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने पार्टी से दोबारा फैसले पर विचार करने की मांग करते हुए कहा है कि वह चुनाव लड़ेंगे, भले उन्हें टिकट मिले या नहीं.
मंगलवार (11 अप्रैल) शाम शेट्टार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हाईकमान ने आखिरी समय में उनसे आगामी विधानसभा चुनाव न लड़ने को कहा है. उन्होंने कहा, "मैं पूरी तरह निराश हूं. मैंने पार्टी के लिए 30 साल से ज्यादा काम किया है और इसे बनाया है. वे मुझसे 2-3 महीने पहले बात कर सकते थे और मैं इसे मान भी लेता, लेकिन नामांकन से कुछ दिन पहले ही मुझे चुनाव न लड़ने की सूचना दी गई. मैंने निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार भी शुरू कर दिया है."
वफादारी बन गई समस्या- शेट्टार
शेट्टार ने कहा, ''विधानसभा क्षेत्र के सर्वे भी बताता है कि बीजेपी की जीत की लहर है. राजनीति में मुझ पर कोई दाग नहीं है. मैं पार्टी के प्रति वफादार रहा हूं और मुझे लगता है कि वफादारी एक समस्या बन गई है. मैंने पार्टी नेतृत्व को बता दिया है कि मैं किसी भी कीमत पर चुनाव लड़ूंगा और उनसे दोबारा विचार करने को कहा है.''
6 बार रहे विधायक
जगदीश शेट्टार बीजेपी के उन नेताओं में हैं, जिन्होंने कर्नाटक में बीजेपी को जमीन से आसमान तक पहुंचाया है. वह हुबली धारवाड़ क्षेत्र से विधायक हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें 75,794 वोट मिले थे. वह 6 बार कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए हैं. मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया और कहा कि मैं कोई चुनाव नहीं हारा. 6 बार विधानसभा के लिए चुना गया और हर बार 25 हजार या उससे अधिक अंतर से जीता.
येदियुरप्पा के करीबी
जगदीश शेट्टार को कर्नाटक के पूर्व सीएम और दिग्गज बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है. साल 2012 में उन्हें बीजेपी ने कर्नाटक का सीएम बनाया था, जब पार्टी खनन विवाद में उलझी हुई थी. उन्हें डीवी सदानंद गौड़ा की जगह कुर्सी सौंपी गई थी. वह कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं.
जनसंघ के जमाने से जुड़ा परिवार
शेट्टार का परिवार 5 दशक पहले जनसंघ के जमाने से ही पार्टी से जुड़ा रहा है और आरएसएस के साथ काम करता रहा है. उनके भाई प्रदीप शेट्टार एमएलसी हैं. उनके चाचा सदाशिव शेट्टार हुबली क्षेत्र से विधायक रहे हैं.
जगदीश शेट्टार के पिता एसएस शेट्टार हुबली-धारवाड़ नगर निगम के चुने हुए मेयर रहे हैं. जगदीश शेट्टार और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का हुबली-धारवाड़ क्षेत्र की राजनीति में पिछले दो दशक से दबदबा रहा है.
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