केजरीवाल ने सिर्फ वहां बनाई बढ़त, जहां राहुल गांधी हुए फेल, BJP की जीत का बड़ा कारण ये रहा
Delhi Election Results 2025: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत मिलता हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि दिल्ली में बीजेपी की जीत का बड़ा कारण क्या रहा है?

Delhi Election Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आज यानी 8 फरवरी को वोटों की गिनती जारी है. अबतक आए (1 बजे तक) रुझानों के मुताबिक, दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से बहुमत बीजेपी को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. यहां बीजेपी 48 सीटों पर बढ़त बनाए हुए तो वहीं 22 सीटें आम आदमी पार्टी को मिलती हुई नजर आ रही हैं. अब बड़ी बात यह जानना जरूरी है दिल्ली में बीजेपी की जीत का बड़ा कारण क्या रहा है.
इसको लेकर वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग कहते हैं दिल्ली में जिस तरह केजरीवाल लड़ते आए हैं...अगर पीएम मोदी को हटाना है तो भी अरविंद केजरीवाल को हारना ही चाहिए था. पिछले 10 सालों के दौरान, जब से भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे का आंदोलन चला, जब से केजरीवाल स्ट्रीट फाइटर के तौर पर देखे गए हैं. केजरीवाल जीतते तो पावर सेंटर बन जाते. इस तरह देश को केजरीवाल की जरूरत एक स्ट्रीट फाइटर के तौर पर रही है कि वो कैसे सत्ता के खिलाफ एक बेहतर लड़ाई लड़ सकते हैं.
राहुल गांधी के हारने के पीछे क्या वजह?
सत्य हिंदी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान श्रवण गर्ग कहते हैं कि राहुल गांधी एक सौम्य नेता हैं, लेकिन उनके साथ सांसारिक या अपब्रिंगिग (परवरिश) जैसी दिक्कतें हैं, जिसके चलते वो स्ट्रीट फाइटर के तौर पर खुद को इम्बर्स नहीं कर पा रहे हैं और राहुल गांधी सड़कों पर पीएम मोदी के खिलाफ नहीं लड़ पा रहे हैं. इस समय लड़ाई सड़कों की लड़ाई है, विचारधारा की नहीं...बीजेपी और आप, दोनों में से किसी भी पार्टी के जीतने पर कांग्रेस हारती ही.
हारने के बाद अरविंद केजरीवाल का अगला कदम क्या?
श्रवण गर्ग ने आगे कहा कि हारने के बाद अरविंद केजरीवाल का बड़ा कदम इंडिया गठबंधन को तोड़ना होगा. जिस तरह राहुल गांधी आदर्शवादी पॉलिटिक्स करते हैं वो किसी भी तरह से पीएम मोदी और आम आदमी पार्टी के सामने नहीं टिक पाती क्योंकि दिल्ली को एक तरीके से शक्ति प्रदर्शन बना दिया गया है.
'केजरीवाल की जरूरत अभी दिल्ली की सड़कों पर'
इसके साथ ही श्रवण गर्ग का कहना यह भी है कि अगर दिल्ली में केजरीवाल जीतते तो भी यह बीजेपी के हित में होता..ऐसा इसलिए क्योंकि फिर पीएम मोदी से लड़ने के लिए कोई बचता ही नहीं. अरविंद केजरीवाल के हारने के बाद एक बार फिर वो आम आदमी के हो जाएंगे और पूरी लड़ाई सड़कों पर ले आएंगे. केजरीवाल की जरूरत इस समय दिल्ली की सड़कों पर है.
यह भी पढ़ें:-
Source: IOCL

















