IAS Success Story: साधारण बैकग्राउंड वाले दिलीप को यूपीएससी में दो बार मिली असफलता, लेकिन सेल्फ स्टडी के दम पर बने आईएएस
यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले अधिकतर कैंडिडेट्स का बैकग्राउंड अलग होता है. कोई अंग्रेजी मीडियम से पढ़ा हुआ होता है तो कोई हिंदी मीडियम से पढ़कर यहां आता है. हालांकि यहां सफलता कड़ी मेहनत से ही मिलती है.
Success Story Of IAS Topper Dilip Pratap Singh Shekhawat: अक्सर लोगों को लगता है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने वाले कैंडिडेट्स का बैकग्राउंड बहुत मजबूत होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए आप जीरो से शुरू कर सकते हैं. इस परीक्षा को पास करने के लिए आपको लगातार मेहनत करनी ही होगी. इसके अलावा आपके पास कोई और विकल्प नहीं होता. आप किसी भी मीडियम से पढ़े हुए हों या किसी भी बैकग्राउंड से यहां आए हों, यहां आप कड़ी मेहनत करके सफल हो सकते हैं. आज आपको जोधपुर के दिलीप प्रताप सिंह शेखावत की कहानी बताएंगे, जो बेहद प्रेरणादायक है.
केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद यूपीएससी में आए
जोधपुर के रहने वाले दिलीप ने इंटरमीडिएट के बाद केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. उनका फोकस सेल्फ स्टडी पर रहा और उन्होंने किसी तरह की कोई कोचिंग नहीं ली. उन्हें खुद पर पूरा भरोसा था और सकारात्मक होकर उन्होंने तैयारी की. उन्हें यूपीएससी में दो बार असफलता मिली लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार प्रयास करते रहे. इसी के चलते साल 2018 में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 72 प्राप्त कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया.
करीब 3 साल लंबा रहा यूपीएससी का सफर
दिलीप का यूपीएससी का सफर 3 साल लंबा रहा. उन्हें दो बार असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार तैयारी करते रहे. उनका मानना था कि वह मेहनत के दम पर इस परीक्षा को पास जरूर करेंगे. साल 2018 में उन्होंने सेल्फ स्टडी के दम पर इस परीक्षा की सभी स्टेज पास करके अपना सपना पूरा कर लिया. वे कहते हैं कि हमें यूपीएससी में कभी भी असफलताओं से नहीं घबराना चाहिए और मोटिवेट होकर तैयारी करते रहना चाहिए.
यहां देखें दिलीप का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
दूसरे कैंडिडेट्स को दिलीप की सलाह
दिलीप का मानना है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको ईमानदारी से सेल्फ स्टडी करनी होगी. उनके मुताबिक आपको इस तैयारी के लिए कोचिंग की जरूरत है या नहीं यह आपके ऊपर निर्भर करता है. अगर आप कोचिंग करना चाहते हैं तो कर सकते हैं और अगर आपको लगता है कि आपके लिए कोचिंग करना संभव नहीं है तो आप सेल्फ स्टडी के दम पर इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं. दिलीप कहते हैं कि आपका बैकग्राउंड क्या रहा उससे यहां कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर आप सटीक रणनीति और सही दिशा में ईमानदारी से मेहनत करेंगे तो आप यहां सफलता प्राप्त करके अपना सपना पूरा कर सकते हैं.
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets