Patna Metro: पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए ऑल्टरनेट रूट्स का सर्वे हुआ शुरू, जानिए-किन मार्गों का ट्रैफिक किया जा सकता है डायवर्ट
पटना में भूमिगत मेट्रो का निर्माण कार्य जारी है. ऐसे में लोगों की सुविधा के लिए पटना यातायात पुलिस ने कॉरिडोर II पर प्रस्तावित भूमिगत मेट्रो नेटवर्क के साथ ऑल्टरनेट रूट्स का सर्वे शुरू कर दिया है.
Patna Metro: पटना में जल्द ही अंडरग्राउंड मेट्रो दौडने वाली है. दरअसल पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के तहत अंडरग्राउंड स्टेशनों पर प्रारंभिक कार्य आगे बढ़ रहा है. वहीं पटना यातायात पुलिस ने कॉरिडोर II पर प्रस्तावित भूमिगत मेट्रो नेटवर्क के साथ ऑल्टरनेट रूट्स का सर्वे भी शुरू कर दिया है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि सिविल कार्य के दौरान इसे यातायात के लिए खोला जा सके.
वैकल्पिक सड़कों की मरम्मत कर दी गई है
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गांधी मैदान, फ्रेजर रोड और अशोक राजपथ पर यातायात को डायवर्ट किए जाने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित होगी. ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए, वैकल्पिक सड़कों की मरम्मत कर दी गई है और इन्हें महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरा होने तक बकायदा मेंटेन भी किया जाएगा.
कहां किया जाएगा डायवर्जन
बता दें कि तीन हिस्सों में रूट डायवर्जन का प्लान तैयार किया जा रहा है, जहां जल्द ही अंडरग्राउंड स्टेशनों का निर्माण शुरू होगा. "मुख्य डायवर्जन गांधी मैदान से कारगिल चौक और फ्रेजर रोड से डाक बंगला के बीच है. मगध महिला कॉलेज से गांधी मैदान में उत्तरी लेन को ब्लॉक कर दिया जाएगा और कारगिल चौक की ओर जाने वाले यात्रियों को दक्षिणी लेन लेनी होगी. ऑटो स्टैंड को हटाकर सड़क को चौड़ा कर इस गली को दो हिस्सों में बांटने का काम चल रहा है. ट्रैफिक पुलिस एसपी अनिल कुमार ने बताया कि दक्षिणी किनारे को अलग करने के लिए लोहे की छड़ें लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि बाटा चौराहे के पास दूसरा डायवर्जन भी होगा. जेपी चौराहे से आने वाले वाहन स्वामीनंदन से डायवर्जन ले सकेंगे. वहीं तिराहा और डाक बंगला क्रॉसिंग तक पहुंचने के लिए एसपी वर्मा रोड की ओर बढ़ना होगा.
नए डायवर्जन की फिजिबिलिटी की जा रही चेक
फ्रेज़र रोड का पश्चिमी किनारा बंद रहेगा जबकि पूर्वी फ़्लैक यथावत रहेगा. पीएमसीएच से पटना विश्वविद्यालय के पास अशोक राजपथ पर, एक फ्लैंक को बंद कर दिया जाएगा और दूसरे फ्लैंक को चौड़ा करने के लिए फुटपाथ को हटा दिया जाएगा, जिसका उपयोग दो-तरफा यातायात के लिए किया जाएगा. कुमार ने कहा कि,"हम नए डायवर्जन की फिजिबिलिटी देख रहे हैं, और ट्रायल रन इसे लागू करने से पहले किया जाएगा. डायवर्जन महत्वपूर्ण है, ताकि निर्माण कार्य के कारण निवासियों को यातायात की समस्या का सामना न करना पड़े.
गौरतलब है कि पटना मेट्रो परियोजना के तहत, 7.9 किलोमीटर के भूमिगत नेटवर्क में पटना जंक्शन (विनिमेय स्टेशन), आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, मोइन-उल-हक स्टेडियम और राजेंद्र नगर में मेट्रो स्टेशन होंगे.
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